टीवी और मोबाइल रीचार्ज के लिए शरारती तत्व कर रहें यूपी डायल 112 पर कॉल्स

बिजली जाने की शिकायत के लिए भी 112 पर आ रही कॉल्स, 100 कॉल्स रोजाना परेशान करने वाली

आलीशान कोठियों में रहने वाले कॉल कर मंगा रहे फूड पैकेट, पुलिस ने स त लहजे में समझाया

Meerut । हैलो कंट्रोल रूममेरा मोबाइल का रीचार्ज खत्म हो गया है, करा दोमेरा टीवी का रिचार्ज ओवर हो गया है, रीचार्ज करा दो .यूपी डायल 112 पर शरारती तत्व पुलिस को परेशान करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इतना ही नहीं 112 पर गरीब और असहाय लोगों के अलावा कुछ ऐसे लोग भी कॉल करके खाने की डिमांड कर रहे हैं, जिन्हें वास्तव में खाने की आवश्यकता नहीं है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि ये सिलसिला नहीं थमा तो ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम कर स त कार्रवाई की जाएगी।

रोजाना करीब 500 कॉल्स

पुलिस की मानें तो यूपी डायल 112 पर रोजाना करीब 500 कॉल्स आती है, जो आम दिनों के मुकाबले बहुत ज्यादा है।

300 कॉल्स - फूड पैकेट की डिमांड वाली

100 कॉल्स - परेशान करने वाली

40-50 कॉल्स - मारपीट के मामलों वाली

40-50 कॉल्स - बाहर से आए लोगों के कोरोना टेस्ट कराने वाली

परेशान करने वाली कॉल्स

यूपी डायल 112 पर रोजाना करीब 100 कॉल्स ऐसी आ रही हैं, जिन पर शरारती तत्व मोबाइल रीचार्ज, टीवी रीचार्ज समेत घर की लाइट चले जाने की शिकायत कर पुलिस को परेशान कर रहे हैं। हालांकि 300 के करीब ऐसी कॉल्स भी रोजाना आ रही हैं, जिनमें गरीब और असहाय लोग फूड पैकेट की डिमांड करते हैं। वहीं इन लोगों के बीच कुछ ऐसे लोग भी फूड पैकेट की डिमांड कर रहे हैं, जो आलीशान कोठियों में रह रहे हैं।

मारपीट की शिकायत

पुलिस के मुताबिक फूड पैकेट की डिलीवरी के दौरान ऐसे कई फैमिलीज सामने आई, जिन्हें सख्त लहजे में दोबारा ऐसा न करने की हिदायत दी गई है। इसके साथ ही 40 से 50 कॉल्स ऐसे लोगों की आ रही हैं, जो मारपीट की शिकायत वाली होती है। वहीं 40 से 50 कॉल्स ऐसे लोगों की आ रही हैं, जो अपने पास-पड़ोस में दूसरे प्रदेश या दूसरे देश से आकर रहने वाले लोगों के कोरोना टेस्ट की डिमांड करते हैं।

कोरोना वायरस के तहत देशभर में लागू लॉक डाउन के बीच गरीब और असहाय लोग खाने के लिए पुलिस को 112 पर कॉल कर रहे हैं। मगर इस बीच कुछ शरारती तत्व बी कॉल्स करके पुलिस को परेशान करने का काम कर रहे हैं। इनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

संजीव वाजपेयी, एसपी ट्रैफिक, मेरठ