- पैसा लेकर घूम रहे व्यापारी, नहीं मिल रहा हेलमेट

- कपड़े की तरह हेलमेट खरीद रहे कस्टमर्स

- हेलमेट के बिजनेस ने पकड़ी आठ गुनी रफ्तार

GORAKHPUR: शहर में बेखौफ बिना हेलमेट घूमने वाले गोरखपुराइट्स अचानक से अपने जीवन के प्रति सीरियस होने लगे हैं। वजह चाहे जो हो लेकिन हेलमेट मार्केट की भीड़ बता रही है कि बच्चे, बड़े या ओल्ड सभी अब अवेयर हुए हैं। जिस दुकान पर जहां पहले दिन भर में 10-20 कस्टमर्स आते थे। उसी दुकान पर अब 100-150 कस्टमर्स डेली पहुंच रहे हैं। हालत ये है कि थोक व्यापारी पैसे लेकर घूम रहे हैं इसके बाद भी डालर उनकी डिमांड पूरी नहीं कर पा रहे हैं। वहीं कस्टमर्स कपड़ों की तरह हेलमेट भी पंसद कर रहे हैं, जिसकी दुकान ज्यादा वेराइटी नहीं है वहां से आगे निकल जा रहे इससे व्यापारी भी मन मसोस के रह जा रहे हैं।

यंगस्टर्स करते मैचिंग कलर की डिमांड

सुमेर सागर के एक थोक व्यापारी ने बताया कि हेलमेट की दुकान पर पहुंचने वाले कस्टमर मैचिंग कलर की डिमांड कर रहे हैं। इस तरह की डिमांड सबसे ज्यादा यंगस्टर्स कर रहे हैं। यंगस्टर्स स्मार्ट बाइक के साथ दुकानों पर पहुंच रहे हैं ताकि उसी कलर का हेलमेट ले सकें। कलर के साथ ही धूम मॉडल के स्टाइलिश हेलमेट की डिमांड कर रहे हैं। कई यंगस्टर्स स्टीकर वाले ऑरेंज कलर के हेलमेट की डिमांड कर रहे हैं।

ग‌र्ल्स को चाहिए पिंक हेलमेट

अभी शहर में चेहरे पर स्टोल लपेट कर चलने वाली यंग ग‌र्ल्स भी अब हेलमेट खरीद रही हैं। उनकी पहली पंसद पिंक कलर वाले हेलमेट हैं, कुछ की डिमांड रेड और यलो भी है। वहीं 35 से ज्यादा एज के लोग हल्का और मजबूत हेलमेट की डिमांड कर रहे हैं। जिसे लगाने के बाद उन्हें सिर पर भारीपन का अहसास ना कराए।

मार्केट में आए हेडफोन वाले हेलमेट

सड़क पर चलते वक्त बार-बार गाड़ी रोककर बात करने की प्रॉब्लम को दूर करने के लिए मार्केट में हेडफोन वाले हेलमेट भी आए हुए हैं। कस्टमर्स इनको देखते ही एक बार में पंसद कर ले रहे हैं। इनकी कीमत 18-25 सौ रुपए मार्केट में हैं।

डीलर के पास नहीं आ रहा माल

थोक व्यापारी ने बताया कि डीलर बता रहे हैं कि इंडिया भर में हेलमेट की डिमांड होने के चलते समय पर कंपनी हेलमेट नहीं भेज पा रही है। इसलिए थोड़ी प्रॉब्लम हो रही है।

चैलेंजिंग है हेलमेट पंसद कराना

विजय चौक के एक व्यापारी ने बताया कि पहले लोग हेलमेट खरीदने आते थे तो केवल हेलमेट मांगते थे। उन्हें जो दिखा दिया वे लेकर चलते बनते थे। लेकिन इस समय कपड़े की तरह लोग हेलमेट पंसद कर रहे हैं। एक-एक कस्टमर को आधे-आधे घंटे केवल हेलमेट दिखाने में बीत जा रहा है। वहीं जिसके पास रेंज कम है वहां पर कस्टमर्स जा ही नहीं रहे हैं।

यहां से आता है हेलमेट

हरियाणा, फरीदाबाद, दिल्ली

फैक्ट फिगर

पहले हेलमेट का डेली बिजनेस- 50-60 हजार

अब हेलमेट का डेली कारोबार- 70-80 लाख रुपए

शहर में हेलमेट की दुकानें - करीब 50

कोट्स

हेलमेट तो है लेकिन लोग कपड़ों की तरह हेलमेट पंसद कर रहे हैं। इसलिए अधिक वेराइटी के हेलमेट रखने पड़ रहे हैं।

आकाश श्रीवास्तव, थोक व्यापारी

कोई कलरफुल तो कोई स्टीकर वाले हेलमेट की डिमांड कर रहा है। इस समय माल नहीं आने से सबकी डिमांड पूरी करना चुनौतीपूर्ण है।

पंकज सोनकर, व्यापारी

थोक व्यापारी पैसा लेकर टहल रहे हैं लेकिन डीलर उन्हें हेलमेट नहीं दे पा रहे हैं। कम हेलमेट रखने पर कस्टमर्स दूर से ही देखकर वापस चल जा रहे हैं।

जितेन्द्र मिश्रा, थोक व्यापारी

मैं अपनी बाइक की कलर का हेलमेट खोज रहा हूं। कई दुकानों पर टहल चुका हूं लेकिन अभी तक पंसदीदा हेलमेट नहीं मिला।

छोटू गुप्ता, कस्टमर

मै पिंक कलर का हेलमेट लेने मार्केट में आई थी। एक जगह मिला भी था लेकिन ओल्ड मॉडल लग रहा था इसलिए नहीं लिया।

तूलिका श्रीवास्तव, कस्टमर