- साइबर अपराधियों ने जालसाजी का निकाला अलग तरीका

- एफबी पर मैसेज कर ऑनलाइन कर रहे पैसे की मांग

- बनारस में हर दिन पांच हो रहे ठगी के शिकार

विनोद शर्मा

केस-1

सामने घाट के रहने वाले मोहित गुप्ता के फेसबुक में जुड़े उनके दोस्तों को मैसेज भेज कर पांच हजार रुपये की मांग की गई। दो दोस्तों ने पेटीएम खाते में पैसा भी ट्रांसफर कर दिया, लेकिन कुछ लोगों ने मोहित को फोन करके पैसा मांगने का कारण पूछा तब उन्हें पता चला कि उसने तो कोई पैसा नहीं मांगा है। मोहित ने तत्काल संबंधित थाने में शिकायत की।

केस-2

पहडि़या निवासी टेंट कारोबारी शरद श्रीवास्तव के फेसबुक मैसेंजर पर सत्येंद्र की यूजर आईडी से मैसेज था। उधर से जरूरी काम बता कर पैसे की मांग की गई। आप अपना नंबर दें तो पुलिस से मदद करवा देता हूं। इस पर उधर से कोई जवाब नहीं आया। शरद साइबर जालसाजी से वाकिफ थे तो वह चंगुल में फंसने से बच गए।

यह दो केस आपको अवेयर करने के लिए हैं। अगर आप फेसबुक यूजर हैं तो सावधान हो जाइये। वाराणसी में साइबर ठगी के लिए आए दिन नए प्रयोग किए जा रहे हैं। साइबर ठग अब फेसबुक के सहारे ठगी कर रहे हैं। मार्मिक संदेश देकर गूगल-पे, पेटीएम व अन्य एप के जरिए पैसे मांग रहे हैं। इसलिए यदि आपको भी कोई मैसेज ऐसा मिले तो उस पर रियक्ट मत करियेगा। क्योंकि ऐसा करने वाला जालसाज है। उसकी नियत आपको ठगने की है।

जालसाज कई तरह के झूठ बोल रहे हैं। मसलन मेरी मां अस्पताल में हैतुरंत पांच हजार की जरूरत हैजल्दी ऑनलाइन ट्रांसफर कर दो नहीं तो मां मर जाएगी। बस आप दोस्ती की खातिर रकम दे देते हैं। इसके अलावा शराब, पेट्रोल पम्प दिलवाने के नाम पर खूब ठगी हो रही है। 14 फेसबुक आईडी से लड़कियों को ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। लॉकडाउन के दौरान करीब 150 साइबर क्त्राइम की वारदात हुई है। औसतन हर दिन वाराणसी में 5 लोग साइबर क्त्राइम का शिकार हो रहे हैं।

लिंक छुआ नहीं कि आइडी हैक

साइबर एक्सपर्ट रक्षित कुमार के अनुसार आमतौर पर हैकर सोशल साइट पर कई तरह के लिंक भेजते हैं। इसमें लोन, गिफ्ट, लॉटरी, कार जीतने का प्रलोभन देते हैं। उस लिंक को क्लिक करने पर आवश्यक जानकारी मांगी जाती है। यदि आप फंस गए तो ठगी तय है। जरूरी जानकारी शेयर करते ही हैकर फेसबुक मैसेंजर आइडी को हैक कर लेता है। आइडी हैक होने से रोकने का कोई कारगर उपाय नहीं है। इसे यूजर खुद ही सुरक्षित रख सकते हैं। मार्मिक संदेश आने पर दोस्त सतर्क रहें। उसकी पूरी तरह पड़ताल करें। सामने वाले से फोन पर बात करने का प्रयास करें।

1 लाख 30 हजार वापस

साइबर क्त्राइम के शिकार जिन लोगों ने 24 घंटे के अंदर शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें अधिकतर के पैसे वापस हो गए। साइबर टीम ने लॉकडाउन के दौरान कुल 1 लाख 50 हजार रुपये वापस कराये हैं।

-40 हजार रुपये विनय कुमार प्रजापति निवासी सुरही बलिया

-20 हजार रुपये आदित्य मिश्रा निवासी आवास विकास कॉलोनी, पांडेयपुर

24 हजार रुपये रोहित चौबे निवासी नदेसर।

02

हजार रिफत फौजिया निवासी पांडेयपुर।

20 हजार रुपये तजमूल अली निवासी बड़ागांव।

लॉक डाउन के दौरान साइबर टीम ने बरती सख्ती

-60 फेसबुक आईडी लॉक कराई गई।

-3 फेसबुक आईडी से शराब बेचने पर लॉक कराई गई।

-1 पेट्रोल पम्प देने वाली फर्जी आईडी ब्लॉक कराई गई।

-13 इंट्राग्राम की आईडी बंद कराई गई।

-70 जॉलसाज के एकाउंट सीज कराए गए।

बरतें ये सावधानी

-फेसबुक अकाउंट में स्ट्रांग पासवर्ड आठ डिजिट का लगाएं

-फेसबुक पर शेयर किए गए फोटो में लॉक लगा कर रखें

-मोबाइल नंबर, नाम से कभी भी पासवर्ड नहीं बनाएं

-रजिस्टर मोबाइल नंबर को किसी भी लिंक पर शेयर नहीं करें

साइबर अपराधियों ने ठगी का नया तरीका निकाला है। फेसबुक प्रोफाइल से आपका फोटो डाउनलोड करके एक न्यू प्रोफाइल बना दी जाती है। उसमें उन्हीं लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती है जो आपकी वास्तविक प्रोफाइल में है। इसलिए फेसबुक पर अलर्ट रहिये। इस तरह की चैट आए तो बिना जांच के पैसा ट्रांसफर न करें।

-विजय श्रीवास्तव, कोऑर्डिनेटर, साइबर क्त्राइम टीम