RANCHI : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्त्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए झारखंड में कोरोना की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि झारखंड में रिकवरी रेट 90 परसेंट से ऊपर है। मुख्यमंत्री ने सोनिया गांधी को यह भी बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को झारखंड की स्थिति से अवगत कराया है। राज्य सरकार दिव्यांगों, बुजुगरें को उनकी क्षमता के अनुरूप रोजगार उपलब्ध करा, उनके आर्थिक स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त कर रही है। राज्य में मनरेगा मजदूरी की दर कम है, जिसकी मांग केंद्र सरकार से की गई है।

स्वास्थ्य सेवाओं पर कार्य किया

मुख्यमंत्री ने बताया कि झारखंड में संक्रमण से पूर्व और बाद में सामाजिक सुरक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं पर कार्य किया गया। यह सुखद है कि झारखंड में संक्रमित लोगों का रिकवरी रेट 90 प्रतिशत से ऊपर है, मृत्यु दर कम है। अपने सीमित संसाधनों से सरकार लोगों की सेवा में जुटी है। आनेवाले दिनों में हमें स्वास्थ्य सेवा में आत्मनिर्भर होना होगा। सरकार को इस बात का गर्व है कि आज सभी व्यवस्था सरकारी व्यवस्था पर टिकी है। सरकारी व्यवस्था ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन बखूबी किया है। संकट के दौर में लोगों का भरोसा भी सरकारी व्यवस्था पर बढ़ा है।

जीएसटी की मार झेल रहा राज्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी की मार झारखंड झेल रहा है। समय पर झारखंड को उसका हिस्सा नहीं मिल पाता है। आर्थिक संकट देश समेत सभी राज्यों में है। राज्य में भी धन संग्रह की व्यवस्था होनी चाहिए। केंद्र द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज से गरीबों, बेरोजगारों को क्या मिलेगा, यह सर्वविदित है। मजदूरों, किसानों और बेरोजगारों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

राहुल गांधी भी जुड़े

राहुल गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कहा कि हिंदुस्तान में लॉक डाउन फेल हो चुका है। लॉकडाउन ने अपना काम नहीं किया। देश में संक्त्रमण लगातार फैल रहा है। देश के करोड़ों लोगों को आर्थिक नुकसान हुआ है। गरीबों, किसानों, मजदूरों, लघु उद्योगों की मदद नहीं की गई तो देश को आर्थिक संकट झेलना होगा। सरकार ने पैकेज के माध्यम से कर्ज देने की बात की है। देश की जनता जो कर नहीं देती है, उनके खाते में सरकार 7 से 8 हजार रुपए की आर्थिक मदद करे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद, शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, सीताराम येचुरी, शरद यादव, उमर अब्दुल्ला, तेजस्वी यादव, पीके गुजारिकटी व यूपीए घटक दलों के प्रतिनिधि शामिल थे।