रांची (ब्यूरो)। मंगलवार को राजभवन में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर हेमंत ने सरकार बनाने का दावा पेश किया और शपथ की तारीख की सूचना दी। शपथ ग्रहण समारोह भव्य होगा। इसमें कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ-साथ दूसरे राज्यों के कई मुख्यमंत्रियों को भी न्योता दिया जाएगा।।

झामुमो विधायक दल की बैठक में नेता चुने गए हेमंत सोरेन

राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली नई सरकार के गठन की औपचारिकता पूरा करने को लेकर मंगलवार को कवायद चरम पर रही। सुबह से ही इस बाबत गतिविधियां तेज हो गईं। झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक दल की बैठक में हेमंत सोरेन को विधिवत नेता चुनने की घोषणा की गई। झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन के आवास पर हुई बैठक में दल के सारे 30 विधायक मौजूद थे। इसके बाद शाम पांच बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक आलाकमान द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक टीएस सिंहदेव की मंौजूदगी में हुई। शाम सात बजे एक बार फिर विधायकों ने झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन के आवास का रुख किया। यहां विपक्षी दलों की संयुक्त बैठक में सारे विधायकों ने उपस्थिति दर्ज कराई। निर्णय किया गया कि राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। राजभवन से इस बाबत समय मांगा गया है। &

बाबूलाल के आवास पर पहुंचे हेमंत, मिला आशीर्वाद

राज्य के भावी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार अपना कुनबा बढ़ाने में जुटे हैैं। मंगलवार को इसी क्रम में वे झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी के आवास पर पहुंचे और हाथ जोड़कर आशीर्वाद मांगा। बाबूलाल मरांडी ने भी खुले मन से उन्हें अपनाते हुए कहा कि राज्य की सेवा करने का जनादेश आपको मिला है। इस मुलाकात के तुरंत बाद झाविमो ने आधिकारिक तौर पर एलान किया कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनने वाली सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया जाएगा। पूरी पार्टी हेमंत सोरेन के एक-एक निर्णय पर साथ खड़ी रहेगी। पोड़ैयाहाट से लगातार पांचवीं बार विधायक चुने गए प्रदीप यादव ने उक्त बातें कहीं। वे मंगलवार की शाम डिबडीह स्थित झाविमो के केंद्रीय कार्यालय में पत्रकारों से मुखातिब थे। इससे पूर्व बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में झाविमो विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें प्रदीप यादव एक बार फिर विधायक दल के नेता चुने गए। मांडर के नवनिर्वाचित विधायक बंधु तिर्की भी इस मौके पर मौजूद थे।

तीन सीट पर जीत

प्रदीप यादव ने कहा कि जनता बदलाव चाहती थी, महागठबंधन को मिली बहुमत इसकी बानगी है। झाविमो चुनावी महासमर में सभी 81 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ा और तीन सीटों पर जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि झारखंड के सर्वांगीण विकास को लेकर महागठबंधन और झाविमो की सोच एक समान है। चाहे मसला जल, जंगल और जमीन का हो अथवा आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यकों के हितों की बात हो, महागठबंधन और झाविमो मिलकर संघर्ष करता आया है। लिहाजा झाविमो ने हेमंत सरकार को बिना शर्त समर्थन देने का निर्णय लिया है। राज्य गठन के 19 वर्षों में विकास के मोर्चे पर जो काम बाकी रह गया है, यह सरकार पूरे करेगी।

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