कानपुर। न्यूयॉर्क में 73वीं यूएन जनरल असेंबली का आयोजन किया गया है। महासभा को संबोधित करने के लिए कई देशों के नेता इन दिनों अमेरिका पहुंचे हैं। अल्फाबेट का पहला अक्षर न होने के बावजूद ब्राजील पिछले 63 सालों से संयुक्त राष्ट्र महासभा में सबसे पहले बोलता चला आ रहा है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र में ब्राजील के पहले बोलने की परंपरा तब शुरू हुई जब 1947 में ब्राजील के राजनयिक ओसवाल्डो अरन्हा ने 1 यूएनजीए विशेष सत्र और इसके दूसरे नियमित सत्र की अध्यक्षता की थी। तब से ब्राजील यूएन जनरल असेंबली की वार्षिक आम डिबेट को संबोधित करने वाला पहला देश बन गया है।

पहले कोई देश नहीं था तैयार
दरअसल, यूएन जनरल असेंबली को ब्राजील द्वारा पहले संबोधित करने के पीछे एक अलग ही कहानी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनाइटेड नेशन्स के  प्रोटोकॉल चीफ डेस्मंड पारकर ने 2010 में एनपीआर को बताया था, 'सबसे शुरुआत में, जब कोई देश यूएन जनरल असेंबली में पहले बोलने को तैयार नहीं होता था, तब ब्राजील हमेशा सभा में पहले बोलने का प्रस्ताव रखता था। इसके बाद ब्राजील को यूएन जनरल असेंबली में पहले बोलने का अधिकार दे दिया गया।' उन्होंने बताया कि ब्राजील को आधिकारिक रूप से पहले बोलने का मौका 1955 में 10वीं यूएनजीए के दौरान दे दिया गया था।

अमेरिका में ट्रंप और जापानी पीएम आबे ने कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त बनाने पर की चर्चा

अमेरिका : नाव दुर्घटना में मारे गए 17 लोगों में से 9 थे एक ही परिवार से

International News inextlive from World News Desk