आगे बढ़ेगी खोज
हरियाणा स्पेस एप्लीकेशंस सेंटर (हरसेक) द्वारा मानचित्र में दर्शाए गए सरस्वती नदी से जुड़े स्थान को खोज लिया गया है। सरस्वती हेरिटेज बोर्ड ने जिला प्रशासन को एक मानचित्र उपलब्ध करवाया जिसमें गूगल के माध्यम से स्थान दर्शाया गया है, जहां सरस्वती के बहने के प्रमाण मिलने की संभावना जताई गई है। प्रशासन नौ दिन तक जिस स्थान पर ध्यान केंद्रित कर रहा था, उससे छह किलोमीटर दूर बेगू के पास उस स्थान को खोजा है। अब यहां सरस्वती को खोजने का अभियान सरस्वती हेरिटेज बोर्ड की हरी झंडी मिलने के बाद शुरू हो पाएगा।
नदी जिसमें पानी के साथ-साथ सोना बहता है

हरसेक के मानचित्र में जानकारी
सरस्वती हेरिटेज बोर्ड ने हरसेक की मदद से एक ऐसा मानचित्र तैयार किया है, जिसमें सरस्वती को लेकर संभावनाएं दर्शाने वाले कई स्थान हैं। इनमें से एक स्थान सिरसा में तो दूसरा स्थान फतेहाबाद के गांव भिरड़ाना में है। सिरसा जिला प्रशासन इस स्थान को खोजने के लिए अधिकारियों की टीम पहले ही बना चुका है और पहले डेरा के समीपवर्ती बेगू रोड पर सुखसागर कॉलोनी के समीप इस स्थान को ढूंढने का प्रयास करता रहा, लेकिन सही लोकेशन नहीं मिली। इसके बाद दिल्ली से विशेष मशीन मंगवाई गई, जो सेटेलाइट मैप से जुड़ी हुई है। इस मशीन ने शाहपुर बेगू गांव में दर्शाए गए बिंदु को खोज निकाला है।
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मिल गयी खोई हुई सरस्वती नदी!

 

बोरवेल के लिए हेरिटेज बोर्ड जाएगा केस
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार हेरिटेज बोर्ड को मैप में चिह्नित जगह को ढूंढने के बाद रिपोर्ट भेजनी है, फिर वहां से 30 मीटर की परिधि में बोरवेल किए जाने हैं। बोरवेल से पानी की जानकारी मिलेगी। प्रशासन यह भी रिपोर्ट तैयार कर रहा है कि यहां आसपास चल रहे ट्यूबवेल कितनी गहराई पर हैं और उनका पानी किस स्तर का है। इसके अलावा यहां करीब 1200 फीट तक जमीन में सरकारी खर्चे पर बोरवेल होंगे, लेकिन यह काम तब शुरू होगा जब बोर्ड मंजूरी और बजट उपलब्ध करवा देगा।
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