- जस्टिस इकबाल अंसारी की पूर्ण पीठ ने रिजर्व रखा आदेश

- बहस के दौरान बिल्डर के एडवोकेट ने कहा कि गवर्नमेंट ने ठीक ही किया है, इनके मंशा पर उठा सवाल

- मंडे को आ सकता है आदेश, अगर हटते हैं कमिश्नर, तो शीर्षत कपिल अशोक बनाएं जाएंगे निगम कमिश्नर

PATNA : तीन दिन और सात घंटे चली बहस के बाद जस्टिस इकबाल अंसारी की पूर्ण पीठ ने दोनों पक्ष को तीसरे दिन सुनने के बाद आखिरकार फैसले को रिजर्व रख लिया है। अब उम्मीद जतायी जा रही है कि मंडे को पूर्ण पीठ की ओर से निगम कमिश्नर के सस्पेंशन मामले में हाईकोर्ट आदेश मिल जाएगा। वहीं तीसरे दिन सुनवाई के दौरान पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते रहे। इस बीच में बिल्डर की ओर से आए एडवोकेट ने पूर्ण पीठ से कहा कि गवर्नमेंट ने निगम कमिश्नर को सस्पेंड करके सहीं कदम उठाया है। इस पर निगम की ओर से तैनात एडवोकेट की टीम ने मंशा पर सवाल खड़ा किया है। अंतिम दिन निगम कमिश्नर को हटाने के पीछे के मंशा पर जमकर दलील दी गयी है। जस्टिस इकबाल अंसारी की पूर्ण पीठ ने इस पर हो रही दलील को सुना और अपने फैसले को रिजर्व रख लिया है।

आज फैसले की थी उम्मीद

तीसरे दिन की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट से नगर निगम में हर पल की खबर आ रही थी। इस दौरान लगातार दो घंटे चली बहस के बारे में भी सारे अपडेट मिल रहे थे। बहस के बाद फैसले को लेकर उम्मीद की जा रही थी आज की पूर्ण पीठ अपना फैसला सुना देगी, लेकिन अचानक से जब बात फैसले को रिजर्व रखने की बात आयी तो अब उम्मीद मंडे को किया जा रहा है।

तो कपिल अशोक बनेंगे कमिश्नर

अगर हाईकोर्ट का आदेश कमिश्नर के पक्ष में नहीं आया और नगर निगम से हटना पड़ा तो नगर निगम में अकेले कमिश्नर के रूप में शीर्षत कपिल अशोक को बनाया जाएगा। फिलहाल शीर्षत कपिल अशोक डिप्टी कमिश्नर के रूप में नगर निगम में कार्यरत हैं और सफाई और सेनिटेशन का काम देख रहे हैं।