- रजिस्ट्रेशन काउंटर के पास अवैध रूप से संचालित हो रही हैं दुकानें

- अस्पताल में हो रही है खाद्य पदार्थो की बिक्री

PATNA :

एक तरफ पटना हाईकोर्ट ने सरकारी अस्पतालों की खराब हालत और अतिक्रमण को लेकर निर्देश दिया है कि अस्पतालों की हालत नहीं सुधरी तो आलाधिकारियों को राज्य से बाहर इलाज कराने की अनुमति नहीं मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच के अंदर गेट नंबर 2 के पास मरीजों को दूध और पानी गरम करने के नाम पर और अन्य काम के लिए सुबह से शाम तक 50 से अधिक अस्थाई दुकानें चल रही हैं दूध, पानी गर्म करने के नाम पर दुकान वाले मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए 5 से 10 रुपए प्रति लीटर लेते हैं।

हाईकोर्ट के आदेश के बाद डीजे आई नेक्स्ट की टीम जब पीएमसीएच के गेट नंबर एक के पास पहुंची तो वहां खुले में अंडा और अन्य खाद्य पदार्थ की बिक्री खुलेआम हो रही थी। इन्हें रोकने के लिए न तो अस्पताल प्रशासन कोई कदम उठा रहा है न ही स्वास्थ्य विभाग।

- गुंडागर्दी पर उतर जाते हैं वेंडर

नाम न छापने के शर्त पर पीएमसीएच के एक कर्मचारी ने बताया कि रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेकर गेट नंबर 2 तक खाद्य पदार्थ व अन्य दैनिक उपयोग के सामान की बिक्री खुलेआम हो रही है। अस्पताल कर्मियों या आम लोगों के द्वारा टोकने रोकने पर सामान बेच रहे वेंडर गुंडागर्दी पर उतर जाते हैं। कई बार अस्पताल प्रशासन की ओर से इन दुकानदारों पर कार्रवाई भी की गई। कार्रवाई होते ही ये गायब हो जाते हैं और फिर थोड़ी देर बाद ही अपनी दुकान जमा देते हैं।

संचालित होता है खटाल

पीएमसीएच के प्रसूति विभाग के बाहर दर्जनों गाय सुबह शाम बंधी मिल जाएंगी। खटाल संचालक मरीजों को दूध उपलब्ध कराने के लिए परिसर में गाय का दूध निकालकर बेचते हैं। सूत्रों की मानें तो खटाल का संचालन भी पिछले कई सालों से हो रहा है। सुबह और शाम के समय अस्पताल के आलाधिकारी और सीनियर डॉक्टर भी दूध लेने चले जाते हैं ऐसे में उन्हें टोकने रोकने वाला कोई नहीं होता है। खटाल की वजह से परिसर में कई स्थानों पर गंदगी फैली रहती है। जिसे अस्पताल में लगे सफाई कर्मर्चारियों को साफ कराना पड़ता है।

पीएमसीएच में चल रहे अस्थाई दुकानों पर जल्द ही कार्रवाई कर इन्हें तत्काल हटवाया जाएगा।

- संजय कुमार, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग