कानपुर। अमिताभ बच्चन के मेजबानी वाले शो कौन बनेगा करोड़पति में हिमा दास कर्मवीर स्पेशल एपिसोड में पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के साथ आईं थीं। यहां खेलते हुए हिमा ने अपने करियर के उन तमाम उतार-चढ़ाव के बारे में चर्चा की। हिमा दास ने बताया कि कैसे एक वक्त उनके पास जूते खरीदने तक के पैसे नहीं थे और वर्ल्ड अंडर 20 चैंपियनशिप जीतने के बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई। हिमा दास अभी इंजरी के चलते ट्रैक से दूर हैं मगर उन्हें उम्मीद है वह जल्द वापसी करेंगी।

कौन हैं हिमा दास

भारत का नाम रोशन करने वाली 19 साल की हिमा दास असम की रहने वाली हैं। पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी हिमा दास के पिता रंजीत दास धान की खेती करते हैं। घर पर हिमा के खेल को पहले कोई महत्व नहीं दिया जाता था। उनके पिता के पास हिमा को ट्रेनिंग देने के पैसे नहीं थे। घर की माली हालत सही न होने के बावजूद हिमा ने हिम्मत नहीं हारी और कड़ी मेहनत के दम पर आज भारत को गोल्ड मेडल दिलाया। हिमा ने अपने शुरुआती करियर में काफी संघर्ष किया। उनके रास्ते में तमाम बाधाएं आईं मगर हिमा ने अपने कोच निपुण दास की देखरेख में नई ऊंचाईयों को छुआ। केबीसी में अपनी मां से जुड़ा एक वाक्या यादकर हिमा रोने लगी थी, यह देख वीरू और बिग बी भी इमोशनल हो गए थे।

बिना ट्रेनिंग लिए दौड़ गईं ट्रैक पर

असम एक ऐसा राज्य है जो अपनी खेल प्रतिभाओं के लिए नहीं जाना जाता है। ऐसे में जब हिमा ने एथलेटिक्स में थोड़ा बेहतर करना शुरु किया तो कुछ लोगों को हिमा से ज्यादा उम्मीदें हो गईं। पिछले साल कोयंबटूर में आयोजित जूनियन नेशनल चैंपियनशिप में हिमा ने 100 मी कर दौड़ में फाइनल में जगह बनाई। इस प्रतियोगिता में असम टीम के साथ जुड़े रहे नभजीत मलाकर कहते हैं, 'यह काफी अविश्वसनीय सा लग रहा था कि एक लड़की जिसे सही से ट्रेनिंग भी नहीं मिली उसने फाइनल में जगह बना ली।' खैर हिमा तब फाइनल तो नहीं जीत सकी मगर उन्होंने जता दिया कि वह बहुत आगे जाएंगी।