Jyestha Month 2020: हिंदू नव वर्ष की शुरुआत चैत्र मास से होती है। इसके बाद वैशाख का महीना आता है जिसकी समाप्ति पूर्णिमा के साथ ही हो गई है। अब जयेष्ठ माह की शुरुआत होने जा रही है, जो कि 8 मई से शुरू होगा। यह महीना ऐसे समय में आता है जब जीव व प्रकृति दोनों ही भीषण गर्मी का सामना कर रहे होते हैं। ऐसे में जल का महत्‍व बढ़ जाता है, हिंदू कैलेंडर के तीसरे माह के व्रत व त्‍योहारों में यह दिखाई भी देता है। ज्‍येष्ठ माह हमारे जीवन में जल के महत्‍व को प्रतिबिंबित करता है। इस माह दो बड़े व्रत व त्‍योहार हैं जिनमें से एक गंगा दशहरा व दूसरा निर्जला एकादशी है। इस माह को जेठ मास के नाम से भी जाना जाता है।

गंगा दशहरा-31 मई

इस वर्ष गंगा दशहरा 31 मई को है, ऐसी मान्‍यता है कि इसी राजा भागीरथ की तपस्‍या से प्रसन्‍न होकर मां गंगा धरती पर उतरी थीं। यह दिन गंगा अवतरण की याद दिलाता है, गंगा को हम भागीरथी के नाम से भी जानते हैं। गंगा सिर्फ नदी ही नहीं अपितु हमारे देश की प्राण रेखा सरीखी है। जो गंगोत्री से आगे बढ़ते हुए कोटि-कोटि मनुष्यों का दुख हरती हैं।

गंगा दशहरा शुभ मुहूर्त
दशमी तिथि प्रारम्भ - मई 31, 2020 को 05:36 पीएम
दशमी तिथि समाप्त - जून 01, 2020 को 02:57 पीएम

निर्जला एकादशी-2 जून

ज्‍येष्ठ मास के शुक्‍ल पक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाता है। सभी एकादशियों में इसका अलग ही महातम्‍य कहा गया है। इस वर्ष यह व्रत 2 जून को पड़ रहा है। इस कठिन व्रत को करने का उत्‍तम फल प्राप्‍त होता है लेकिन व्रती को इस दिन जल भी नहीं ग्रहण करना होता है। व्रत के पारण के उपरांत ही वह कुछ ग्रहण कर सकता है।

निर्जला एकादशी शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारम्भ - जून 01, 2020 को 02:57 पीएम
एकादशी तिथि समाप्त - जून 02, 2020 को 12:04 पीएम