इस्लामाबाद (एएनआई)। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मंगलवार को एक 18 वर्षीय हिंदू लड़की को गोली मार दी गई। मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना अपहरण के असफल प्रयास के दौरान हुई। द फ्राइडे टाइम्स अखबार ने बताया कि लड़की का नाम पूजा ओड है। पूजा ने जब हमलावरों का विरोध किया तब रोही, सुक्कुर में सड़क के बीच उसे गोली मार दी गई थी।

हर साल सैकड़ों धर्म परिवर्तन के मुद्दे

पाकिस्तान में यह अकेली घटना नहीं है। ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट का कहना है कि हर साल सैकड़ों ईसाई और हिंदू लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता है, और इस्लाम अपनाने को कहा जाता है। अल्पसंख्यक समुदायों की महिलाओं का अपहरण किया जाता है और उनका जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया जाता है। राइट ग्रुप का कहना है कि देश के अल्पसंख्यक समुदाय लंबे समय से जबरदस्ती शादी और धर्म परिवर्तन के मुद्दे का सामना कर रहे हैं।

पाकिस्तान में सिर्फ 1.60 प्रतिशत हिंदू

कई ह्यूमन राइट ऑर्गेनाइजेशन ने पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगाया है कि वह हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अपराधों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं करते हैं। सिंध प्रांत की सरकार ने जबरन शादी और धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने की कोशिश की थी। लेकिन, धार्मिक प्रदर्शनकारियों ने बिल का विरोध किया। उनका कहना है कि लड़कियां मुस्लिम पुरुषों के प्यार में पड़ने के बाद ही धर्म परिवर्तन करती हैं कोई उनसे जबरदस्ती नहीं करता है। पाकिस्तान ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में हिंदू समुदाय की कुल 1.60 प्रतिशत और सिंध में 6.51 प्रतिशत जनसंख्या है।

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