- मिलख रोठा से निकली कांवड़ यात्रा का मुसलमानों ने किया पुष्पवर्षा से स्वागत

- मुस्लिम बाहुल्य इलाके ने पेश की मिसाल, दो साल पहले यहां हुआ था बवाल

BAREILLY: सांप्रदायिकता के लिए बदनाम हुए बरेली शहर में संडे को अनोखा नजारा देखने को मिला। किला इलाके में जब मुसलमानों ने कांवडि़यों का स्वागत कर हिन्दू-मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल पेश की। सीबीगंज के मिलक-रोठा निवासियों ने रोठा गांव से निकलने वाले कांवडि़यों के जत्थों का भव्य स्वागत किया। कन्या सुरक्षा विकास समिति के प्रबंधक राजू शमीम खां ने बताया कि कांवडि़यों का जत्था पुख्ता सुरक्षा घेरे में गांव से निकला। जो मिलक, महमूदपुर, नवदिया रजा कॉलोनी समेत अन्य मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों से गुजर कर रवाना हो गया।

पुष्वर्षा से किया स्वागत

कांवड़ के गुजरने वाले रास्तों में समिति के बैनर तले स्थानीय मुस्लिम निवासियों ने सुबह करीब 11 बजे कांवड़ पर पुष्पवर्षा क रते हुए फल वितरित किए। दोनों समुदायों के लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर शांति और प्रेम की मिसाल प्रस्तुत की। किला थाना इंचार्ज उपेंद्र कुमार ने वर्ष 2010 के बाद पहली बार गंगा जमुनी तहजीब दिखाई देने की बात कही। कांवडि़यों में राजेंद्र, विक्की, प्रमोद, दीपक, महावीर, भूपराम, अमरपाल समेत 35 लोग और स्वागत करने वालों में शमीम खान, मोहम्मद इलियास, मुजम्मिल, इकरार, दननी, इमरान, दानिस खान, यूसुफ, तसलीम, फिरोज, राशिद व अन्य मौजूद रहे।

2012 में बिगड़ चुकी है फिजा

2012 में सावन के महीने में साम्प्रदायिक तनाव होने के बाद शहर में 24 दिन कफ्र्यू लग था। वहीं, मिलख में भी दो साल पहले बवाल हुआ था। जिसके बाद हर साल सावन के महीने में सुरक्षा के खास इंतजाम किए जाते हैं। तो दूसरी ओर, रोठा से जाने वाले जत्थे में शामिल कांवडि़ओं ने भी मुस्लिम समुदाय के इस प्रयास को सराहा। इस पहल से कावडि़ए भी खुश नजर आए और उन्होंने भी मुस्लिम त्योहारों में मुस्लिमों का सहयोग करने की बात कही। इस पहल से पुलिस और प्रशासन ने राहत की सांस ली क्योंकि जिस जगह पर से यह जत्था जल लेने जा रहा था वहां की ज्यादातर आबादी मुस्लिम है।

जिले में बन रहे सांप्रदायिक माहौल को खत्म कर आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश देने के लिए कांवडि़यों का स्वगात किया गया है।

राजू शमीम, प्रबंधक, कन्या विकास सुरक्षा समिति

बरेली सांप्रदायिक नहीं बल्कि गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल है। मुसलमानों का यह प्रयास खुराफातियों के प्रयास सफल नहीं होने देगा।

चंद्रपाल गुप्ता, समाजसेवी

मिलक रोठा के कांवडि़यों का मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फूल मालाओं से स्वागत किया। पुलिस ने सिक्योरिटी के पूरे इंतजाम किए थे।

उपेंद्र कुमार, एसएचओ किला