तीन दिन पहले ही जेल से छूटा था
कर्नलगंज के जुगुनिया पार्क के पास रहने वाला इरशाद उर्फ कालिया उर्फ बरसात बजरिया थाने का हिस्ट्रीशीटर था। उस पर हत्या, हत्या के प्रयास समेत एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे। वह हिस्ट्रीशीटर हसीन जादूगर के मर्डर में जेल में बन्द था। जिसके चलते उसकी हसीन के भाइयों से रंजिश चलती थी। वह तीन दिन पहले ही जमानत पर छूटा था। मंगलवार को शाम करीब पांच बजे वह रूपम टॉकिज चौराहे पर प्यारे पान शॉप पर कोल्ड ड्रिंक पी रहा था। तभी हसीन के भाई वकील, अकील और उनके साथियों ने इरशाद को घेरकर गोलियों की बौछार कर दी। गोली लगने से इरशाद जमीन पर गिर पड़ा। जिसके बाद हत्यारों ने उसके सिर पर तमंचा सटाकर गोली मार दी। इरशाद की बॉडी में 7 गोलियां मिली हैं।


ये पुलिस करेगी हिफाजत?
सबसे आश्चर्य की बात ये है कि हत्यारे पुलिस से पूरी तरह बेखौफ थे। क्योंकि जब उन्होंने वारदात को अंजाम दिया उस वक्त वहां कई थानों का फोर्स मौजूद था। सडक़ से पैकियों का जुलूस निकल रहा था। हत्यारे वारदात को अंजाम देकर पुलिसवालों की आंखों से सामने से टहलते हुए निकल गए लेकिन पुलिस उन्हें पकडऩे की हिम्मत नहीं दिखा पाई। गोलियों की आवाज से वहां पर भगदड़ मच गई। लोग घरों और गलियों में दुबक गए। दुकानदारों ने भी फटाफट शटर गिरा दिए।

इरशाद ने भी डिफेंस में किया था फायर
जेल से छूटे हिस्ट्रीशीटर इरशाद को खुद पर हमला किए जाने की जानकारी थी। जिसके चलते वह अपने पास तमंचा रखता था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बदमाशों ने इरशाद पर फायर किया, तो उसने भी पलटकर हमलावरों पर तमंचे से फायर किया था। लेकिन हमलावरों की संख्या ज्यादा होने से वह उनका मुकाबला नहीं कर सका। इरशाद की मौत का पता चलते ही उसके परिजन उर्सला पहुंच गए तो जमकर हंगामा किया। उन्होंने हसीन के भाइयों पर हत्या का आरोप लगाया है।

भाई की मौत का लिया बदला
बेकनगंज चौराहे में गैगवार में मारे गए इरशाद कालिया ने दो साल पहले छोटे मियां का हाता में हिस्ट्रीशीटर हसीन जादूगर का मर्डर कर दिया था। सोर्सेज के मुताबिक हसीन और इरशाद अच्छे दोस्त थे। वे पार्टनरशिप में जुए की फड़ चलाने थे। उनका सईद नाटे के घर में जुए की रकम के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया था। जिसके  चलते उनके बीच दुश्मनी हो गई। जिसमें इरशाद ने मौका पाकर हसीन का मर्डर कर दिया था। जिसके बाद से दोनों परिवार में रंजिश चल रही थी। हसीन जादूगर के मर्डर के बाद उसके भाई वकील, अकील और शकील ने इरशाद को खत्म करने की कसम खाई थी। हसीन भाइयों में सबसे बड़ा था।

जल्द ही कब्र में पहुंचा दूंगा
जेल से इरशाद के छूटने का पता चलते ही हसीन के भाइयों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी थी। सोमवार की रात को वे इरशाद के घर पहुंच गए थे। उन लोगों ने इरशाद को बाहर बुलाया, तो उसने वकील और अकील के साथ गाली गलौज कर दी। जिस पर वकील ने उसको मंगलवार को कब्र में सुलाने की धमकी दी थी।


इटावा जेल से छूटा था
पुलिस ने हसीन जादूगर के मर्डर के केस में इरशाद को गिरफ्तार जेल भेजा था। जहां पर वह दूसरे बंदियों से झगड़ा करता था। जिसके चलते उसको माती जेल भेज दिया गया था, लेकिन वहां पर भी उसका एक बंदी के झगड़ा हो गया था। जिसके बाद उसको इटावा जेल भेजा गया था। जहां से वह दो दिन पहले ही जमानत पर छूटा था।


सास से भी चलती थी रंजिश
हिस्ट्रीशीटर इरशाद कालिया ने दो शादियां की थी। उसने पहली शादी स्मैक तस्कर बेबी आपा की बेटी से की थी, जो दो साल में टूट गई थी। जिसके बाद उसने शुक्लागंज में रहने वाली एक युवती से शादी की थी। जिसके चलते बेबी आपा उससे रंजिश मानती थी। बेबी आपा भी हिस्ट्रीशीटर है। वह मुंबई समेत कई शहरों में स्मैक की सप्लाई करती है।