-गणतंत्र दिवस परेड पर देशी-विदेशी मेहमानों को दिखाई जाएगी बाबा दरबार की झांकी

-दिल्ली में एक्सपर्ट की देखरेख में तैयार करायी जा रही है झांकी, परंपरा और संस्कृति की भी मिलेगी झलक

इस गणतंत्र दिवस दिल्ली के राजपथ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस का बोलबाला होगा। इस बार यहां आने वाले देशी-विदेशी मेहमानों को वहीं से बाबा विश्वनाथ धाम का दर्शन करने का मौका मिलेगा। दरअसल, इस बार राजपथ पर होने वाले परेड के दौरान पीएम मोदी के ड्रीम प्रॉजेक्ट विश्वनाथ कॉरीडोर की झांकी दिखाने का भी फैसला लिया गया है। इन दिनों दिल्ली में कॉरीडोर की झांकी तैयार करने का काम जोर-शोर से चल रहा है।

आरती भी सुनेंगे मेहमान

राजपथ पर बाबा दरबार की झांकी निकलने के साथ यहां के मेहमानों के कानों तक बाबा विश्वनाथ और मां गंगा की आरती भी सुनने को मिलेगी। यही नहीं झांकी के साथ विश्वनाथ मंदिर के पुजारी भी परेड का हिस्सा होंगे। बीते वर्ष राजपथ पर उतरी वाराणसी की झांकी को विशेष तौर पर महात्मा गांधी की जयंती के 150 साल पूरे होने से जोड़कर तैयार किया गया था। जबकि झांकी के अगले हिस्से में गांधी जी की पुस्तक 'सत्य के प्रयोग' को दिखाया गया था।

दूसरी बार बनारस करेगा प्रतिनिधित्व

बता दें कि केन्द्र सरकार विश्व के सबसे पुराने शहर बनारस की ब्रांडिंग को लेकर लगातार प्रयासरत है। पिछले कार्यकाल के दौरान पीएम मोदी अपने साथ कई देशों के प्रधानमंत्री को काशी दर्शन कराने ला चुके हैं। इसके बाद भी कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री राज्यपाल और भी कई हाई प्रोफाइल लोग बनारस का दीदार करने के लिए आते रहते हैं। इसी क्रम में लगातार यह दूसरा मौका होगा जब गणतंत्र दिवस परेड में यूपी का प्रतिनिधित्व बनारस करेगा।

आरती करते दिखेंगे पुजारी

इस साल गणतंत्र दिवस परेड में

दिल्ली में एक्सपर्ट की मदद से झांकी को इस तरह तैयार किया जा रहा है कि गंगा के साथ विश्वनाथ मंदिर की भव्यता झलके। इसके साथ ही इस धर्म नगरी की परंपरा और संस्कृति भी दिखाई देगी। झांकी के साथ मंदिर के पुजारी बाबा की आरती करते दिखाई पड़ेंगे तो आरती भी सुनाई देगी।

पीएम ने किया था शिलान्यास

विश्वनाथ मंदिर के विस्तारीकरण के तहत बनने वाला विश्वनाथ धाम (कॉरीडोर) अपने ढंग का अलग और अनूठा होगा। मंदिर से गंगा तट तक करीब 50 हजार वर्गमीटर एरिया में विश्वनाथ कॉरीडोर का वास्तविक रूप से धर्म नगरी में आने का अहसास कराएगा। बता दें कि पीएम मोदी ने बीते साल मार्च में इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास अपने हाथों किया था। अब इसी महीने यानी जनवरी 2020 में इसका निर्माण शुरू कराने के लिए अहमदाबाद की कंपनी पीएसपी का चयन हो चुका है। निर्माण पर करीब 370 करोड़ रुपये खर्च होंगे।