कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Holi Kab Hai : रंगों का त्योहार होली पूरे भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। दिवाली के बाद होली को हिंदू कैलेंडर में दूसरा सबसे बड़ा और प्रमुख त्योहार माना जाता है। होली फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है। लोग त्योहार को बहुत खुशी व प्रेम के साथ मनाते हैं। इस दिन एक दूसरे को रंग गुलाल आदि लगाते हैं। इस साल होली 8 मार्च दिन बुधवार को मनाई जाएगी। वहीं इससे एक दिन पहले होलिका दहन 7 मार्च दिन मंगलवार को मनाया जाएगा। होली दो दिवसीय त्योहार सर्दियों के अंत और वसंत की शुरुआत का संकेत है। होली की पूर्व संध्या पर, पारंपरिक होलिका दहन मनाया जाता है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का एक प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रह्लाद को राक्षस राजा हिरण्यकशिपु से बचाया था।

कृष्ण और राधा जी की पूजा
होली के दिन लोग भगवान कृष्ण और राधा जी की विधिविधान से पूजा करते हैं। होली भी एक त्योहार है जिसे कृष्ण और राधा के बीच शाश्वत और दिव्य प्रेम के रूप में मनाया जाता है। वैसे तो पूरे भारत में होली खास है लेकिन यूपी में ब्रज क्षेत्र की होली काफी चर्चित होती है। भगवान कृष्ण के जीवन से संबंधित स्थानों को ब्रज क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। ब्रज क्षेत्रों में होली की रस्में मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, गोकुल, नंदगांव और बरसाना सबसे प्रसिद्ध हैं। बरसाना में पारंपरिक होली उत्सव लट्ठमार होली विश्व प्रसिद्ध है। यहां होली का उत्सव लगभग 15 दिनों तक चलता है। इसमें मटकी फोड़ जैसी कई परंपराएं और अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में लोग भाग लेते हैं।