RANCHI: भ् सितंबर को चुटिया निवासी भाजपा नेता मदन सिंह के बेटे समेत अपहृत तीनों छात्रों को रांची पुलिस ने मुक्त करा लिया है। इन्हें शुक्रवार की देर रात एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के नेतृत्व में टीम ने चाईबासा के गोईलकेरा जंगल से बरामद किया। पुलिस ने गिरोह के क्ख् सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है। इनमें एक कांग्रेसी नेता भी शामिल है, जो विधानसभा इलेक्शन लड़ चुका है। अपहृत छात्रों को उसी के मकान में ही छिपा कर रखा गया था। पुलिस ने एक मारुति रिट्ज कार भी जब्त की है, जो रामगढ़ के एक आजसू नेता की है। पुलिस उस आजसू नेता को भी गिरफ्तार कर चुकी है। एसएसपी ने बताया कि चाईबासा के कई इलाकों में छापेमारी अभी भी जारी है। अपहृत छात्रों की बरामदगी के लिए एसआईटी का गठन किया था। इसकी कई टीमें बिहार और झारखंड के विभिन्न हिस्सों में पिछले कई दिनों से छापेमारी कर रही थी। सभी टीमों ने अपना अलग-अलग काम किया और छात्रों की बरामदगी हो पाई।

पैसे लेकर निकलने की फिराक में थे किडनैपर्स

शनिवार को पैसे पहुंचाने का अंतिम दिन था। किडनैपर्स फोन करनेवाले थे। लेकिन, इसी बीच सूचना मिली कि अपहृत छात्रों को गोईलकेरा के जंगल में रखा गया है। उनका मकसद था कि मैजिक वैन में तीनों को दूसरे ठिकाने पर ले जाना है। इधर, सूचना पर एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, कोल्हान डीआईजी साकेत कुमार सिंह, चाईबासा एसपी अनीश कुमार गुप्ता समेत क्यूआारटी की टीम निकली और मैजिक वैन से छात्रों को ले जा रहे छह लोगों को पकड़ लिया गया। फिर, उनकी निशानदेही पर जंगल में छापेमारी की गई और वहां से पांच हथियारबंद क्रिमिनल्स दबोचे गए। पुलिस ने उनलोगों के पास से नाइन एमएम की पिस्टल, कारतूस समेत अन्य सामान बरामद किया है।

म् माह से प्लान, सिर्फ शिवम था टारगेट

अपहर्ताओं की मंशा केवल मदन सिंह के बेटे को उठाने की थी। इसलिए उसे ही टारगेट किया जा रहा था। लेकिन, अपहर्ता यह नहीं जानते थे कि एक साथ तीन लड़के आएंगे? फिर उनलोगों ने वॉच कर अन्य अपराधियों को भी बुलाया और सभी ने मिलकर अगवा कर लिया।

गाड़ी में दिया बेहोशी का इंजेक्शन, खिलाई दवा

जब अपहर्ता तीनों को अगवा कर ले जा रहे थे, तभी उनलोगों ने गाड़ी में तीनों को बेहोशी का इंजेक्शन दिया था। फिर, उनलोगों को पानी के साथ दवा भी खिलाई थी। सभी बच्चों ने भाजपा नेता को बताया कि उनके साथ मारपीट तो नहीं की जाती थी, लेकिन मर्डर करने की धमकी जरूर दी जाती थी।

दाल-भात, रोटी खिलाते थे

बरामद छात्रों ने बताया कि अपहर्ता साधारण खाना खिलाते थे। कभी उन्हें दाल, भात तो कभी रोटी खिलाते थे। जंगल में ही निगरानी कर उन्हें एक-एक कर शौच के लिए भी भेजा जाता था। इसके बाद उनकी हर जरूरत का ख्याल रखा जाता था। डराने के लिए कभी-कभी जब छात्र सिर उठाकर ऊपर देखते थे तो कहा जाता था कि मुंडी नीचे करो, वरना गोली मार देंगे।