RANCHI: फिट्जी क्क्वीं के छात्र आलोक कुमार के सुसाइड मामले में लालपुर स्थित हॉस्टल संचालक सवालों के घेरे में है। मामले में छात्र के सहपाठियों ने हॉस्टल प्रबंधन पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। छात्रों ने मामले की शिकायत पुलिस के वरीय अधिकारियों से भी की है। हॉस्टल के छात्रों ने आरोप लगाया है कि इंचार्ज हमेशा छात्रों के साथ मारपीट करते थे। इंचार्ज की प्रताड़ना से तंग आकर ही आलोक ने ऐसा कदम उठाया। लेकिन, पुलिस का कहना है कि इस संबंध में मृतक छात्र के परिजनों ने लिखित नहीं दिया है। यदि वे थाने को लिखित देते हैं, तो केस यू-टर्न भी ले सकता है। गौरतलब हो कि मूल रूप से कोडरमा जिले के तिलैया डैम के समीप रहने वाले छात्र आलोक का शव लालपुर स्थित एक हॉस्टल के कमरे में शनिवार को फंदे से झूलता पाया गया था।

थानेदार ने छात्रों से की पूछताछ

लालपुर इंस्पेक्टर रमोद कुमार सिंह हॉस्टल भी गए और छात्रों से भी पूछताछ की। इसमें पता चला कि रात में कुछ छात्र हॉस्टल की छत पर शोर मचाते थे। इसकी शिकायत पड़ोसियों द्वारा हॉस्टल इंचार्ज को की जाती थी। हॉस्टल इंचार्ज छात्रों को डांटते-फटकारते थे।

दोस्तों के मुताबिक, तनाव में था आलोक

आलोक के दोस्तों के मुताबिक, कुछ दिनों से वह काफी तनाव में था। शुक्रवार को खाना खाने के बाद वह हॉस्टल के कमरा नंबर ख् में चला गया था। हॉस्टल में आलोक को कमरा नहीं मिला था। ऐसे में किसी तरह वह एक सहपाठी लोकेश के कमरे में रहता था। लोकेश एक शादी समारोह में बाहर गया हुआ था। ऐसे में आलोक कमरे में अकेला था। शनिवार की सुबह नौ बजे आलोक के दोस्त उसे उठाने गए। दरवाजा खटखटाने पर अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। एक बार फिर क्क् बजे के करीब आलोक के दोस्त अंकित ने दरवाजा खटखटाया। जवाब नहीं मिलने पर अंकित ने खिड़की से झांक कर देखा तो आलोक का शव पंखे से लटक रहा था।

दरवाजा तोड़ निकाला छात्र का शव

इसके बाद छात्रों ने आलोक के कमरे का दरवाजा तोड़ा और फंदे से उतारकर उसे अस्पताल ले गए। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हॉस्टल के छात्रों का आरोप है कि छात्रों ने मामले में इंचार्ज से मदद भी मांगी, लेकिन उन्होंने किसी तरह की मदद से इन्कार कर दिया।