आंचल (बदला नाम) आशादीप विकलांग विद्यालय की क्लास सिक्थ की स्टूडेंट है। लेकिन स्कूल के पास ही उमंग बाल विद्यालय के हॉस्टल में रहती है। उसके साथ इस तरह का व्यवहार उमंग हॉस्टल के संचालक सतीश कुमार ने किया है। इस संबंध में शनिवार को दीघा थाने में मामला दर्ज हुआ.

कैसे खुला मामला
गुरुवार को आंचल के साथ इस तरह की हरकत की गयी। इसकी शिकायत उसने अपने स्कूल आशादीप की टीचर से की। टीचर उसकी सारी बातें सुनने के बाद दंग रह गयी। आखिरकार, उन्होंने फोन कर आंचल की मां को बुलाकर सारी जानकारी दी। शुक्रवार की शाम सात बजे आंचल की मां उसे लेकर घर चली गयी। शनिवार की सुबह जब इस बात का हवाला देते हुए उमंग हॉस्टल से उसका सामान लेने गयी तो मामले ने तूल पकड़ा.

मारपीट पर उतारू हुए
आंचल के चाचा भी वहां आये थे। हॉस्टल के लोगों ने उस लाचार लड़की के चरित्र पर ही सवाल उठा दिया और उनसे मारपीट पर उतारू हो गए। तब दीघा थाने में मामला दर्ज हुआ। आंचल की मां ने बताया कि वह सिक्स्थ में पढ़ती है। क्लास टू में थी तब से उसे इसी हॉस्टल में रखा गया। यानी चार साल से वह यहां रहती थी।