तीन माह में होटलों में हो चुकी है तीन युवतियों की हत्या

परेडकोठी और जगतगंज के बाद अब सिगरा में हुई वारदात

शहर के अधिकांश होटल अय्याशी का अड्डा बन गए हैं। गेस्ट रूम तो थे ही अब होटल अधिक प्रचलन में आ गए हैं। फूडिंग व लोडिंग की व्यवस्था चलाने वाले होटलों में नाइट पार्टी चल रही है। मेट्रो सिटीज की तरह हुक्का-बार से लेकर नाइट क्लब पार्टी बनारस की संस्कृति में शामिल होती जा रही है। रईसजादों की डिमांड पूरी कराने में होटल मैनेजर सारी हदें पार कर दे रहे हैं।

हर माह एक की हत्या

पिछले माह के आंकड़ों पर गौर करें तो हर माह युवती व महिला की हत्या हुई है। 13 मई को चेतगंज थाना के जगतगंज स्थित द विला इन होटल में इवेंट मैनेजर शिल्पा की गला दबाकर हत्या की गई थी। हत्या के आरोप में शिल्पा की सहेली हेमलता और उसके आशिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसी तरह 26 जून को देवरिया निवासी अंजली पांडेय की सिगरा थाना इलाके के परेडकोठी स्थित होटल अर्जुन में प्रेमी अमिश तिवारी ने गला दबाकर हत्या कर दी थी। सप्ताह भर बाद पुलिस ने आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। घटना के 26 दिन भी नहीं बीते कि होटल अशोक में प्रेमी अमित सिंह ने श्वेता उर्फ लवलिका सिंह की हत्या कर दी।

मसाज पार्लर की आड़ में देह व्यापार

सिटी में पैसा कमाने की इतनी होड़ मची है कि लोग गलत काम करने से भी नहीं हिचक रहे। संपन्न परिवारों की स्थिति तो और भी खराब है। सिटी के अधिकतर जगहों पर मसाज पार्लर की आड़ में देह व्यापार का धंधा फल-फूल रहा है। इलाकाई थानों की जानकारी में हो रहे इस धंधे पर लगाम लगाना नामुमकिन हो गया है। लंका, अस्सी सहित भेलूपुर, महमूरगंज, सिगरा, मलदहिया, रथयात्रा, परेडकोठी, रोडवेज बस स्टैंड के बगल निर्माणाधीन बिल्डिंग, कैंटोनमेंट से लेकर अर्दली बाजार तक यह सिस्टम चल रहा है। अधिकतर होटल में यहां से डिमांड जाती है।