वोटर आईडी के बावजूद वोटर लिस्ट में नहीं जोड़ रहे नाम

ऐसे लोगों को मकानों को इलीगल बता रहा कैंट बोर्ड

देहरादून.

हाउस टैक्स जमा न करने वाले अब कैंट बोर्ड चुनाव में वोट नहीं दे सकेंगे. इसमें कई ऐसे घर भी हैं, जिन्हें कैंट बोर्ड इलीगल बता रहा है. कैंट बोर्ड की वोटर लिस्ट बनाने का काम इन दिनों जोरों पर है, लेकिन कर्मचारी वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करने से पहले हाउस टैक्स की रसीद मांग रहे हैं और रसीद न दिखा पाने वालों का नाम वोटर लिस्ट में नहीं जोड़ा जा रहा है.

एक महीने का अभियान

दून कैंट बोर्ड की ओर से एक माह का अभियान चलाकर लोगों के नाम वोटर लिस्ट में जोड़े जा रहे हैं. लेकिन पहली बार बोर्ड अधिकारियों की ओर से नए नियम लागू कर दिए गए हैं. इसके तहत जिसके पास हाउस टैक्स की रसीद नहीं होगी, उसको कैंट ने वोटर मानने से ही इंकार कर दिया है. ऐसे लोगों के बार-बार कहने के बावजूद इनके नाम वोटर लिस्ट में इस बार नहीं जोड़े जा रहे हैं.

लोगों की जुबानी

20 सालों से मैं यहीं अपने परिवार के साथ रह रही हूं लेकिन कभी भी हमें वोटर मानने से इंकार नहीं किया गया. इस बार बोलने के बावजूद भी हमारा नाम नहीं लिखा रहा है.

कविता, ठाकुरपुर

हमारे पास वोटर आईडी है. लेकिन मेरा और मेरे परिवार का नाम वोटर लिस्ट में शामिल नहीं किया जा रहा है. अचानक हाउस टैक्स की रसीद मांग हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है.

दीवान सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता

-

यदि कैंट बोर्ड ऐसे लोगों को इलीगल बता रहा है तो वह तब कहां था जब ये मकान बन रहे थे. यही नहीं उन्होंने इन लोगों को सुविधा ही क्यों दी.

-

जहां तक हाउस टैक्स की बात है तो यदि इन लोगों के लिए भी अनिवार्यता की जाती तो अवश्य ये हाउस टैक्स देते लेकिन अचानक ये तुगलकी फरमान जारी कर दिया गया जो कि गलत है. आशीष देसाई, महानगर अध्यक्ष, एससी प्रकोष्ठ कांग्रेस

--

हमारी ओर से इस संबंध में निर्वाचन आयोग को पत्र दिया जाएगा. यदि कैंट अधिकारी अपनी मनमानी चलाएंगे तो उग्र प्रदर्शन कर अधिकारियों का घिराव भी किया जाएगा.

गीता बिष्ट, प्रवक्ता, जिला कांग्रेस कमेटी

--

ये ऐसे लोग हैं, जिन्होंने हाउस टैक्स कभी नहीं भरा है. ऐसे में यदि उनके पास वोटर आईडी है भी तो कैंट बोर्ड उसको नहीं मान रहा है.शैलेंद्र शर्मा, ओएस, दून कैंट