- सीबीएसई ने 2009 में सेक्शन व संख्या के लिए जारी किया था नियम

- डिटेल भेजने में हीलाहवाली बरत रहे स्कूल, सीबीएसई ने मांगा जवाब

आई एक्सक्लूसिव

मेरठ। सीबीएसई के नियमों को लेकर स्कूल कितने संजीदा है। इसकी बानगी देखने को मिल रही है। दरअसल, 2009 में सीबीएसई व शासन ने स्कूलों की क्लास व एरिया को लेकर नियम बनाए थे। जिस पर स्कूलों को गंभीरता दिखानी थी। बावजूद इसके, स्कूल अभी तक हीलाहवाली बरत रहे हैं। अब सीबीएसई ने सख्ती बरते हुए एक सप्ताह पहले ही स्कूलों को सर्कुलर जारी कर सेक्शन, एरिया व स्टूडेंट्स की संख्या का रिकॉर्ड मांगा है।

स्कूल नहीं दे रहे जवाब

सीबीएसई ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि इससे पहले भी बोर्ड ने रिकॉर्ड मांगा। लेकिन देशभर से महज 100 ही स्कूलों ने सूचना दी थी। उन स्कूलों ने भी आधी-अधूरी सूचना दी थी। इसके साथ ही सीबीएसई ने कहा कि इस बार स्कूलों को अपनी पूरी जानकारी देनी होगी। अगर कोई स्कूल डिटेल नहीं देता है तो सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।

लेटर जारी कर दिए थे निर्देश

सीबीएसई ने साल 2013 में लेटर जारी कर नियमों के बारे में सूचना दी थी। इससे पहले 2009 में भी सीबीएसई ने भी नियम लागू किए थे। शासनादेश में भी विभिन्न कानून बताए गए थे।

ये बनाए गए थे नियम

- प्री-प्राइमरी से लेकर इंटर तक के स्कूल में एक एकड़ की जगह में हर हाईस्कूल तक हर क्लास में दो सेक्शन व 11 वीं और 12वीं में चार से ज्यादा सेक्शन नहीं हो सकते हैं।

- 1.5 एकड़ एरिया तक इंटर तक के स्कूल में 1875 इनरोलमेंट होने चाहिए।

- प्री प्राइमरी से हाईस्कूल तक दो सेक्शन व इंटर में चार सेक्शन होने चाहिए।

- एक सेक्शन में 40 से अधिक स्टूडेंट्स नहीं होने चाहिए।

-----------------

ये है स्कूलों की हालत

एमपीएस

क्लास सेक्शन पर सेक्शन स्टूडेंट

फ‌र्स्ट सात 55-60

सेकेंड छह 56

थर्ड चार 50 - 55

फोर्थ चार 57

फिफ्थ पांच 50

----------------------

एमपीजीएस

क्लास सेक्शन पर सेक्शन स्टूडेंट

फ‌र्स्ट सात 55-60

सेकेंड छह 56

थर्ड चार 50 - 55

फोर्थ चार 57

फिफ्थ पांच 50

----------------------

जीटीबी

क्लास सेक्शन पर सेक्शन स्टूडेंट

फ‌र्स्ट पांच 55

सेकेंड छह 56

थर्ड चार 55

फोर्थ चार 55

फिफ्थ पांच 50

---------------------

सिटी वोकेशनल

क्लास सेक्शन पर सेक्शन स्टूडेंट

फ‌र्स्ट चार 60

सेकेंड छह 54

थर्ड चार 55

फोर्थ चार 50

फिफ्थ पांच 50

--------------------

मेरठ सिटी पब्लिक स्कूल

क्लास सेक्शन पर सेक्शन स्टूडेंट

फ‌र्स्ट चार 55

सेकेंड पांच 56

थर्ड चार 55

फोर्थ चार 57

फिफ्थ पांच 50

क्या कहते हैं स्कूल्स

सेक्शन के लिए हमारी कोई गलती नहीं है, ये तो मैनेजमेंट जाने या फिर सीबीएसई। हमें तो बस स्कूल की पढ़ाई व अन्य व्यवस्थाओं से मतलब है।

मधु सिरोही, प्रिंसिपल, एमपीजीएस

सेक्शन में जगह के अनुसार बच्चे बैठाए जाते हैं। ज्यादा भीड़ नही है। क्लासेज के कमरे भी बड़े बने हैं

संजीव अग्रवाल, प्रिंसिपल, एमपीएस

बच्चों की संख्या बहुत ज्यादा नहीं है। हां कुछ ज्यादा है, लेकिन कमरे भी बड़े ही है, इसलिए बच्चों को दिक्कत नहीं होती है।

प्रेम मेहता, प्रिंसिपल सिटी वोकेशनल

स्कूल कोशिश करता है कि बच्चों की पढ़ाई में कोई दिक्कत न हो। हमारे यहां कुछ बच्चे ज्यादा है, लेकिन इतने भी नहीं कि बच्चों को पढ़ाने में दिक्कत हो।

कपिल सूद, प्रिंसिपल, जीटीबी