- पार्किगों में पब्लिक से कितना पैसा लिया जा रहा, अब बनेगा रिपोर्ट कार्ड

- एडीएम, आरटीओ और एसपी ट्रैफिक से मांगा पूरा ब्यौरा

LUCKNOW :

पूरे शहर में संचालित हो रही पार्किगों में पब्लिक से कितना पैसा लिया जा रहा है, पहले तो इसकी रिपोर्ट बनवाई जाएगी। इसके बाद इस रिपोर्ट के आधार पर अवैध वसूली करने वाले ठेकेदारों पर एक्शन भी लिया जाएगा। यह कदम खुद कमिश्नर के स्तर पर उठाया गया है। उन्होंने पार्किगों में जनता से लिए जा रहे शुल्क संबंधी रिपोर्ट तलब की है। इसकी जिम्मेदारी एसपी ट्रैफिक, एडीएम और आरटीओ को सौंपी गई है।

इसलिए उठाया कदम

दरअसल में, कमिश्नर के पास पार्किग में निर्धारित से अधिक शुल्क वसूले जाने संबंधी कुछ शिकायतें आई हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी देखा है कि सड़क किनारे पार्किग की उचित व्यवस्था होने के बाद भी सड़क पर ही वाहन खड़े रहते हैं। इसकी वजह से वाहन सवारों कों जाम रूपी समस्या का सामना करना पड़ता है। इस वजह से ही उन्होंने पूरी रिपोर्ट मांगी है, जिससे स्थिति में सुधार लाया जा सके।

एक भी पार्किग छूटे नहीं

कमिश्नर की ओर से दिए गए निर्देशों में साफ है कि एक भी पार्किग छूटनी नहीं चाहिए। हर विभाग की पार्किग का पूरा ब्यौरा दिया जाए। इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी अंकित किया जाए कि पार्किग को संचालित करने में कितने लोगों की ड्यूटी लगी है, कैमरे लगे हैं या नहीं और हर माह खर्च कितना आता है। इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी मांगा गया है कि कौन-कौन से ठेकेदार मैनुअल रसीद काट रहे हैं और कितने ऐसे ठेकेदार हैं, जो पब्लिक को वाहन पार्क करने के बाद कोई रसीद नहीं देते हैं।

पार्किग को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तलब की गई है। इसकी जिम्मेदारी एडीएम, आरटीओ और एसपी ट्रैफिक को दी गई है। रिपोर्ट के आधार पर अगले कदम उठाए जाएंगे।

- मुकेश मेश्राम, कमिश्नर, लखनऊ