How to celebrate Vasant Panchami 2020 : यह दिवस वसंत ऋतु के आगमन का प्रथम दिन माना जाता है।धार्मिक ग्रंथों में वसंत को ऋतुराज माना जाता है।वसंत पंचमी वसंत ऋतु का एक प्रमुख त्यौहार है।इस प्रकार वसंत पंचमी का त्यौहार मानव मात्र के हृदय के आनंद और खुशी का प्रतीक कहा जाता है।वसंत ऋतु में जहां पृथ्वी का सौंदर्य निखर उठता है, वहीं उसकी अनुपम छटा देखते ही बनती है।

इस दिन से होली का आरम्भ

होली का आरम्भ भी वसंत पंचमी से ही होता है क्योंकि इस दिन प्रथम बार गुलाल उड़ाई जाती है।इसी दिन फाग उड़ाना आरम्भ करते हैं जिसका अंत फाल्गुन की पूर्णिमा को होता है। भगवान श्रीकृष्ण इस त्योहार के अधिदेवता हैं। इसलिए ब्रज प्रदेश में राधा तथा कृष्ण का आनंद- विनोद बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।

इस दिन पितरों को भी करते हैं तर्पण

इसी दिन किसान अपने नए अन्न में घी, गुड़ मिलाकर अग्नि तथा पितरों को तर्पण करते हैं। ब्रह्मवैवर्त पुराण की कथा के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन देवी सरस्वती पर प्रसन्न होकर उन्हें वरदान दिया था। इसलिए विद्यार्थियों तथा शिक्षा प्रेमियों के लिए यह मां सरस्वती के पूजन का महान पर्व है। चरक सहिंता के अनुसार इस ऋतु में स्त्री- रमण तथा वन विहार करना चाहिए।कामदेव वसंत के अनन्य सहचर हैं। अतएव कामदेव व रति की भी इस तिथि को पूजा करने का विधान है।

- ज्योतिषाचार्य पंडित राजीव शर्मा

बालाजी ज्योतिष संस्थान,बरेली