-राप्तीनगर डिपो में आग से मची अफरा-तफरी

-आग लगने की वजह का पता नहीं, रोडवेज प्रशासन ने दर्ज कराई एफआईआर

GORAKHPUR: शाहपुर स्थित राप्तीनगर डिपो में गुरुवार देर रात रहस्यमय परिस्थितियों में आग लग गई। इसमें रोडवेज की एक जनरथ और एक रैपिड एक्शन बसें जलकर खाक हो गई। डिपो में आग फैलता देख कर्मचारी भाग गए। घंटों उठती आग की लपटों पर किसी तरह फायर ब्रिगेड की दो गाडि़यों ने काबू पाया। आग अगर डिपो के डीजल टैंक तक पहुंच गई होती तो भारी तबाही हो सकती थी। डिपो के अगल-बगल पॉश कालोनी को भी आग अपनी चपेट में ले लेती। इस मामले में परिवहन निगम ने जांच बैठाते हुए शाहपुर थाने में अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कराया है।

लखनऊ से आइर् थी जनरथ

गोरखपुर बस स्टेशन से जनरथ यूपी 53 डीटी 4743 हर दिन सुबह 6 बजे लखनऊ जाती है। कर्मचारी ने बताया कि गुरुवार को जनरथ बस रात 8 बजे लखनऊ से वापस गोरखपुर आई थी। इसके बाद ड्राइवर और कंडक्टर घर निकल गए थे। इसी तरह बनारस रूट पर चलने वाली रैपिड एक्शन बस यूपी 53 डीटी 4333 रात में बनारस से लौटी थी।

गोरखपुर डिपो में भ्ोजी गई बस

राप्तीनगर डिपो में आग से जली दोनों बसों को गोरखपुर डिपो में भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि जांच प्रभावित ना हो इसलिए ऐसा किया गया है।

35 लाख का नुकसान

राप्तीनगर डिपो के एआरएम ने बताया कि आग से करीब 35 लाख रुपए की क्षति हुई है। इसके आसपास खड़ी दो तीन बसों के शीशे भी टूट गए हैं।

होगी फारेंसिक जांच

एआरएम मुकेश कुमार ने बताया कि आग की घटना की जांच बैठा दी गई है। टेक्नीकल टीम इसकी जांच करेगी। इस हादसे की फारेंसिक जांच भी कराई जाएगी।

कुछ ही कदम पर था डीजल टैंक

आग इतनी भयानक थी कि सभी कर्मचारी भाग गए। हादसे वाली जगह से कुछ ही कदम पर डिपो का 40 हजार लीटर का डीजल टैंक था। इसमें काफी मात्रा में डीजल था। कर्मचारियों को ये डर सता रहा था कि कहीं आग डीजल टैंक तक ना पहुंच जाए।

बगल में थी पॉश कालोनी

राप्तीनगर डिपो के आसपास पॉश कालोनी है। फायर ब्रिगेड टीम अगर आग पर काबू नहीं पाती तो कॉलोनी को भी अपने चपेट में ले लेती। ये आग एक बड़े हादसे का कारण बन सकती थी।

खुली परिवहन निगम की पोल

गुरुवार हुए हादसे ने परिवहन निगम की पोल खोल दी। मेंटेनेंस के नाम पर डिपो में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी रोडवेज के पास फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं है। जबकि राप्तीनगर डिपो में जनरथ ऐसी बसें समेत 2 सौ से अधिक बसें खड़ी होती हैं। इसके बाद भी जिम्मेदारों से इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो गई।

वर्जन-

देर रात ये हादसा हुआ है। कैसे हुआ यह नहीं पता चल पा रहा है। इसकी एफआईआरए शाहपुर थाने में करा दी गई है।

मुकेश कुमार, एआरएम