-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रियलटी चेक के दौरान हुआ खुलासा

-एफएसडीए और पुलिस ने की छापेमारी

बरेली। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की मंडे को रियलटी चेक में बड़ा खुलासा हुआ। दो हुक्काबार बंद होने के बाद पॉश एरिया के नाबालिग हुक्के की लत के कारण रामपुर गार्डेन स्थित सिसिली कैफे में पहुंचे थे। जहां वे गोपनीय तरीके से संचालित हुक्काबार में कश लगा रहे थे। जिसकी हकीकत देखने के बाद विरोध का सामना करते हुए टीम ने जिम्मेदारों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस और एएसडीए की टीम ने मौके पर पहुंच कर छापेमारी की।

ऐसे हुआ खुलासा, सच्चाई देख चौक गई पुलिस

रोक के बाद भी शहर में चल रहे हुक्का बार की सच्चाई को जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम मंडे देर शाम निकलीं। इसी दौरान जानकारी हुई कि रामपुर गार्डन स्थित सिसिली कैफे में हुक्का बार संचालित है। शाम 7.30 बजे टीम पहुंची तो वहां नाबालिग बच्चे हुक्के के कश लगाते दिखे। जिसे टीम ने अपने कैमरे में कैद करना शुरू कर दिया तो हुक्काबार संचालक टीम से उलझ गए और कैमरे छीनने लगे। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। कुछ ही देर बाद मौके पर चौकी से पुलिस आ धमकी। पुलिस बच्चों से पूछताछ ही कर रही थी इसी बीच कोतवाल गीतेश कपिल भी पहुंच गए और हुक्के का कश लगाने वाले लोगों को नाबालिक होने पर चेतावनी देते हुए छोड़ दिया। वहीं जानकारी होने पर फूड सिक्योरिटी ऑफिसर देवेंद्र सिंह आजाद भी पहुंच गए।

राजेंद्र नगर के थे बच्चे

पुलिस ने हुक्काबार में कश लगाते पकड़े गए बच्चों से 20 मिनट तक पूछताछ की। इस दौरान उन्होंने बताया कि वे राजेंद्रनगर के रहने वाले हैं और दिल्ली में रहकर पढ़ाई करते हैं। स्कूल की छुट्टी के कारण वे घर आए थे। एक फ्रेंड की पार्टी के कारण इस बार में हुक्का पीने पहुंचे थे।

दो माह से संचालित था हुक्काबार

पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि नवनीत कुमार ने इस कैफे को रेंट पर शिवेंद्र से लिया था और करीब दो माह से गोपनीय तरीके से हुक्का बार चला रहा था।

कैफे मालिक के बयान से उठे सवाल

कैफे मालिक शिवेंद्र ने कहा कि मैंने रेंट पर नवनीत को यह कैफे दिया था। मुझे इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि वह हुक्काबार भी चला रहा है, जो एक्शन लिया जाए वह नवनीत के खिलाफ हो। लेकिन सवाल यह उठता है कि राजेंद्र नगर में रहने वाले नाबालिक बच्चों यहां हुक्का बार संचालित होने की जानकारी थी तो फिर कैफे मालिक शिवेंद्र इससे कैसे अनजान बने रहे।

सात दिन बाद फिर होगी चेकिंग

फूड सिक्योरिटी ऑफिसर देवेंद्र सिंह आजाद ने बताया कि कैफे संचालक को नोटिस को दी गई है। साथ ही सात दिन बाद फिर चेकिंग की जाएगी। यदि हुक्काबार चलते मिला तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

कार्रवाई का नहीं खौफ

हुक्काबार पर प्रतिबंध लगने के बाद एफएसडीए और पुलिस हुक्काबार के खिलाफ एक्शन ले रही है, लेकिन इस पर लगाम नहीं लग पा रही है। ऐसे में जिम्मेदारों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर इतनी सख्ती की जा रही है तो कैसे ये हुक्काबार संचालित हो रहे हैं।