-शहर में बढ़ते जा रहे हुक्का बार से टेंशन में आ गई है पुलिस

-फ्लेवर्ड में छिपा नशा, नहीं होती किसी तरह की जांच पड़ताल

GORAKHPUR: शहर के अंदर तेजी से बढ़ रहे हुक्काबार पुलिस के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं। हुक्काबार में फ्लेवर्ड के बहाने टीनएजर्स के निकोटिन की कश लेने की सूचना पर पुलिस कार्रवाई में जुटी है। बेधड़क चल रहे हुक्काबार में परोसी जा रही सामग्री की जांच में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन का सहयोग न मिलने से पुलिस परेशान है। हाल के दिनों में कार्रवाई के बावजूद जिम्मेदार यह नहीं जान पाए कि शहर में कितने हुक्काबार अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं।

सीओ क्राइम का कहना है कि संदिग्ध वस्तुओं की सूचना पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि अवैध कार्य होने पर पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि पुलिस-प्रशासन के पास इस बात का कोई आंकड़ा नहीं है कि शहर में कितने हुक्काबार लाइसेंस लेकर संचालित किए जा रहे हैं। पुलिस मान रही है कि शहर में 39 हुक्काबार संचालित हो रहे हैं।

द जेल में कश लगाते िमले टीनएजर्स

शहर के हुक्काबार में टीएजर्स कपल के पहुंचने की शिकायत कई दिनों से एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता को मिल रही थी। उनको बताया था कि फ्लेवर के नाम पर नशा परोसा जा रहा है। फ्लेवर का कश लेने वाले धीरे-धीरे कब नशे की लत पकड़ ले रहे। इसका अंदाजा नहीं लग पा रहा। इसकी गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने कार्रवाई का निर्देश सीओ क्राइम को दिया। रविवार रात टीम के साथ पुलिस ने छापेमारी की। इस दौरान बड़ी संख्या में टीनएजर्स हुक्का गुड़गुड़ाते नजर आए। हिदायत देकर पुलिस ने सभी को छोड़ दिया।

हुक्काबार में हुआ विवाद, पार्क में मार दी गोली

हुक्काबार में युवक-युवतियों और टीनएजर्स के पहुंचने का साइडइफेक्ट मर्डर के रूप में नजर आने लगा है। खोआमंडी गली के एक हुक्काबार में एक युवती से संबंध को लेकर बिगड़ी बात में गोली मारकर जान ले ली गई। गोरखनाथ के अंबेडकर पार्क में 21 फरवरी को नदीम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मर्डर के आरोप में पुलिस ने 25 हजार के इनामी गोलू और उसके तीन साथियों को अरेस्ट किया। पूछताछ में पता लगा कि हुक्काबार में युवती के साथ प्रेम संबंध को लेकर नदीम का मर्डर हुआ था।

मारपीट आमबात, बाउंसर करते कंट्रोल

दो साल के भीतर शहर में तमाम हुक्काबार खुल गए हैं। पुलिस रिकार्ड के अनुसार, 39 हुक्काबार विभिन्न थाना क्षेत्रों में संचालित हो रहे हैं। रेस्टोरेंट, काफी हाउस सहित अन्य जगहों पर हुक्काबार चलने की जानकारी पुलिस ने एक-एक करके जुटाई है। एक पखवारे से पुलिस हुक्का बार में छापा मारकर जांच पड़ताल कर रही। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आपत्तिजनक चीजों की सूचना पर कार्रवाई जाती है। लेकिन इसमें फूड डिपार्टमेंट सहित अन्य का कोई सहयोग नहीं मिल पाता। हुक्का पीने को लेकर आए दिन विवाद होता रहता है।

फैक्ट फीगर

शहर के भीतर पुलिस रिकार्ड में 39 हुक्काबार संचालित हो रहे हैं।

हुक्का बार को स्टेट्स सिंबल के रूप में इस्तेमाल करने की होड़ मची है।

हुक्का के फ्लेवर की खूब डिमांड है। केमिकल और नेचुरल की बिक्री

न्यूनतम तीन सौ रुपए से शुरूआत होकर फ्लेवर के अनुसार रेट तय

प्रभावी कार्रवाई के अभाव में हुक्काबार की तादाद बढ़ती जा रही है।

इस तरह से करता है नुकसान

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स का कहना है कि हुक्का कोयले की मदद से जलाया जाता है। इसमें मैलेशीश शीरा का प्रयोग किया जाता है। हुक्का में अमोनिया, मेथोनॉल, एसीटोन, नैफ्थलिन, पाइरीन, केडियम, डाई मेथाइल, नाइट्रो सैमिन, नेफ्थलीन, कार्बन डाईमोनोआक्साइड सहित कई प्रकार के केमिकल बनते हैं। जो हार्मफुल हैं। यह सिगरेज के धुए से ज्यादा खतरनाक होता है। इससे हार्ट, ट्यूबर कोलेसिस सहित कई तरह की प्रॉब्लम हो सकती है।

फ्लेवर की होती डिमांड

हुक्काबार में पाइन एप्पल, स्ट्राबेरी, मिंट, चाकलेट, एप्रीकोट, वाटर मिलेन, पिंक लेडी, सुपारी सहित कई दो दर्जन से अधिक वैरायटी के फ्लेवर की डिमांड होती है।

ऐसे लुभाते हैं फ्लेवर

ठंडा का अहसास कराने के लिए तंबाकू में मिंट मिलाया जाता है।

मीठे और कसेले टेस्ट के लिए तंबाकू में फ्रूट्स का फ्लेवर मिक्स करते हैं।

ठंडे और गर्म का आनंद एक साथ लेने के लिए दो अलग-अलग चीजों की मिलावट

रोमांटिक मूड के लिए ऑरेंज के फ्लेवर वाला तंबाकू मिलाकर पिलाया जाता है।

शहर के भीतर हुक्काबार में अवैध गतिविधियों की सूचना पर कार्रवाई का निर्देश पुलिस को दिया गया था। इस वजह से पुलिस की टीम कार्रवाई कर रही है। इसी के लगातार जांच पड़ताल की जा रही है। हुक्काबार के अवैध संचालन पर कार्रवाई जारी रहेगी।

अजीत कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट

हुक्काबार के भीतर अवैध तरीके से फ्लेवर के नाम पर नशे की लत दिलाई जा रही है। बड़ी संख्या में टीनएजर्स की इंट्री को देखते हुए कार्रवाई की गई। पूर्व में भी आधा दर्जन जगहों पर जांच हुई थी। शहर में कितने हुक्काबार के लाइसेंस हैं। इस संबंध में फूड डिपार्टमेंट सहित अन्य विभागों से जानकारी मांगी गई है।

प्रवीण कुमार सिंह, सीओ क्राइम ब्रांच