Puzzles के हैं crazy
पजल्स के कई टाइप्स हैं, लेकिन इसका सबसे इजी टाइप है क्रॉस वर्ड। जमशेदपुरआइट्स बी क्रॉस वर्ड पजल्स को लेकर काफी क्रेजी हैं। कई लोग तो इसके इतने यूज टू हो चुके हैैं कि मिनटों में इसे सॉल्व कर लेते हैं, जबकि कई लोगों को घंटों इसमें माथा खपाए देखा जा सकता है।

Benifits of cross word
क्रॉस वर्ड पजल्स से रीजनिंग पावर, स्पेलिंग एंड वर्ड स्किल्स स्ट्रांग होता है। क्रॉस वर्ड पजल को एक बेहतरीन एजुकेशनल टूल के रूप में भी यूज किया जाने लगा है। टीचिंग में इसके इस्तेमाल से टीचर्स और स्टूडेंट्स दोनों को ही बेनिफिट होता है। इससे स्टूडेंट की वोकेŽलेरी, वर्ड रिकॉल मैमोरी तो इंप्रूव होती ही है, प्रॉŽलम सॉल्विंग स्किल्स में सुधार होता है। पजल से स्टूडेंट का फोकस और अटेंशन भी इंप्रूव होता है।

CBSE organise कर रहा है championship
क्रॉस वर्ड पजल के 100 साल कम्पलीट होने के मौके पर सीबीएसई द्वारा स्टूडेंट्स के लिए नेशनल चैैंपियनशिप ऑर्गनाइज किया जा रहा है.   सीबीएसई द्वारा फस्र्ट टाईम ऑल इंडिया इंटर स्कूल क्रॉस वर्ड चैंपियनशिप आयोजित करने का डिसीजन लिया गया है। इस चैंपियनशिप में क्लास 8 से 12वीं तक के स्टूडेंट्स पार्टिसिपेट कर सकेंगे।

Final round दिल्ली में
इन्फॉर्मेशन के मुताबिक यह चैंपियनशिप तीन पार्ट में ऑर्गनाइज किया जा रहा है। इसमें पहला स्कूल राउंड, दूसरा सिटी राउंड और तीसरा व अंतिम होगा नेशनल राउंड। इसके तहत हर स्कूल के टॉप थ्री स्टूडेंट्स को सिटी राउंड में जाने का मौका मिलेगा। इसके बाद फाइनल राउंड दिल्ली में होगा। इसमें पूरी कंट्री के सीबीएसई स्कूल्स के स्टूडेंट्स पार्टिसिपेट करेंगे। फाइनल राउंड में कंपीट करने वाले स्कूलों के दो स्टूडेंट और एक टीचर के आने-जाने के लिए रेलवे का किराया भी स्पांसर की ओर से दिया जाएगा।

काफी benificial है : डॉ संजय अग्रवाल
टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) के डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजी के डॉ संजय अग्र्रवाल कहते हैैं कि क्रॉस वर्ड पजल के काफी बेनिफिट्स हैं। इससे अटेंशन ऑफ कंसंट्रेशन डेवलप होता है और प्रॉŽलम सॉल्विंग एटिट्यूड भी इनहैैंस होता है। उन्होंने कहा कि पजल सॉल्व करने के दौरान आप सोचना शुरू कर देते हैैं और इससे माइंड शार्प होता है और रिकॉल करने की एबिलिटी भी डेवलप होती है। सबसे अहम बात यह है कि आप इसे सॉल्व करने के लिए स्ट्रेटजी बनाने लगते हैैं।

Report by :goutam.ojha@inext.co.in