- वीआईपी विजिट के कारण ताज के दीदार के लिए तरस गए लोग

-ताज की टिकट विंडों पर दो घंटे हुआ जमकर हंगामा

-पब्लिक को शांत करने के लिए पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत

AGRA। एक वीआईपी। हजारों टूरिस्ट। तकरीबन आधा किमी लंबी लाइन। घंटों का इंतजार। क्या बड़े और क्या बच्चे। हर कोई परेशान। बुजुर्गो की परेशानी को देखकर तो हर कोई सिस्टम को कोस रहा था। यह सीन था संडे को ताजमहल के पश्चिमी गेट का जहां पहुंचे हजारों टूरिस्ट्स को वीआईपी की ताज विजिट की वजह से घंटों परेशान रहना पड़ा।

आए थे कनाडा के गवर्नर जनरल

संडे को कनाडा के गवर्नर जनरल आगरा की विजिट पर थे। पहले से फिक्स प्रोग्राम के अनुसार, गवर्नर जनरल डेविड जोंस्टन को सुबह क्क्.भ्0 पर आगरा आना था। इसके बाद दोपहर क्ख्.भ्0 पर गवर्नर जनरल को ताजमहल का दीदार करना था। हालांकि ताजमहल में उनकी एंट्री तकरीबन एक बजे के बाद ही हो पायी। गवर्नर जनरल के साथ उनकी वाइफ शैरन भी थीं।

अंदर मेहमान, बाहर हंगामा

वीआईपी विजिट की वजह से ताज के बाहर करीब दो घंटे पहले टिकट विंडो को बंद कर दिया जाता है। संडे को भी ग्यारह बजे टिकट विंडो को बंद दिया गया था। साथ ही क्ख्.क्0 मिनट पर ताज को पूरा खाली करवाकर ताजमहल के गेट को बंद कर दिया गया। इस वजह से ताजमहल देखने आए टूरिस्ट्स परेशान हो उठे। ढाई घंटों तक टिकट विंडो पर खड़े परेशान हाल टूरिस्ट्स ने हंगामा काटा।

हमें टिकट ही दे दो

परेशान हाल पब्लिक के हंगामे की सबसे बड़ी वजह यह रही कि वीआईपी विजिट के मद्देनजर एएसआई की ओर से ताजमहल की टिकट विंडों तकरीबन दो घंटे पहले से बंद कर दी गयी थी। इस हिसाब से पब्लिक टिकट मिलने की उम्मीद में तकरीबन दस बजे से लगकर दोपहर बाद लगभग दो बजे तक चार घंटे तक परेशान रहे। इसकी वजह से सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्ग टूरिस्ट्स को झेलनी पड़ी। टिकट के लिए लाइन में खड़े लोगों का कहना था कि अगर ताजमहल के अंदर दाखिल नहीं होने दे रहे हैं तो कम से कम विंडों से टिकट तो दे ही देते। टिकट को लेकर जब टूरिस्ट का हंगामा थामे नहीं थमा तब एएसआई की ओर से विंडों पर पब्लिक को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा।

बेहाल रहे बच्चे

वीक एंड की वजह से ताजमहल पर टूरिस्ट का प्रेशर था। इसमें बड़ी संख्या में बच्चे भी थे। संडे की छुट्टी होने की वजह से कई ग्रुप में बच्चे ताजमहल देखने के लिए आए थे। कुछ स्कूल्स के एजुकेशन टूर भी ताजमहल की विजट पर थे। घंटों का इंतजार बच्चे झेल नहीं पाए। परेशान बच्चे अपने टीचर्स और स्कूल स्टाफ से पानी तक मांगते देखे गए।

वापस चले गए हजारों

संगमरमरी ताजमहल के दीदार की इच्छा लेकर आगरा आए तमाम टूरिस्ट्स को जब घंटों वीआईपी के बाहर निकलने का इंतजार करना पड़ा तो वे परेशान हो गए। सुबह दस बजे के बाद दो-तीन घंटे तक तो लोग इंतजार करते रहे लेकिन जब ज्यादा टाइम होने लगा तो तमाम लोग ताजमहल को बिना देखे ही वापस लौट गए। इसमें सबसे ज्यादा दिल्ली, गाजियाबाद, नोयडा, मुम्बई आदि के इंडियन टूरिस्ट के साथ ही साथ तमाम वापसी का टाइम फिक्स होने वाले तमाम फॉरेनर टूरिस्ट भी बिना ताज देखे लौट गए।

साथ नहीं जा सकी मीडिया

कनाडा के गवर्नर जनरल अपने साथ ताजमहल के अंदर मीडिया ले जाने के इच्छुक थे। इसके लिए कनाडा दूतावास की ओर से बाकायदा पहल भी की गई थी।

लेकिन अंत में मीडिया को ताजमहल में जाने नहीं दिया गया।

मीडिया कॉर्डिनेटर एडवोकेसी कम्युनिकेशन ऑफिसर स्मृति सक्सैना का कहना था कि गवर्नर जनरल ताज के साथ एक फोटो क्लिक कराना चाहते थे। दूतावास की ओर से इस बारे में लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के साथ भी बातचीत की गयी थी। लेकिन लास्ट मोमेंट पर मामला पुलिस के पाले में डाल दिया गया। तय हुआ कि मीडिया कॉर्डीनेटर के साथ शिल्पग्राम से ही गवर्नर जनरल के साथ मीडिया आएगी। यहां से गोल्फ कॉर्ट में मीडिया पर्सस को ले जाने का प्रोग्राम तय हुआ लेकिन लास्ट मूवमेंट पर परमिशन नहीं होने की बात कह कर पुलिस ने मीडिया पर्सस वाली गोल्फ कॉर्ट को आगे नहीं बढ़ने दिया गया।

'किसी भी वीआईपी के आने पर पब्लिक को इस तरह से परेशान होना पड़ता है। यह कतई सही नहीं है.'

सतीश, टूरिस्ट

'हम लोग सुबह करीब क्0 बजे यहां आ गए थे। तब से करीब दो घंटे हो गए लेकिन ताज के अंदर जाने का मौका नहीं मिला.'

दाऊजी जैन, टूरिस्ट

'अगर वीआईपी और वीवीआईपी को ताजमहल घूमना है तो ऐसा दिन चुने जब भीड़ कम रहती है.'

विशाल, टूरिस्ट

'ताजमहल वीआईपी के लिए बंद रहेगा इस बात की जानकारी तो पब्लिक को देनी चाहिए.'

मनोज, टूरिस्ट

'लोग घंटों से लाइन में लगे हुए हैं। टिकट तक नहीं दी जा रही है। कम से कम टिकट ही दे देते.'

सतीश कुमार, टूरिस्ट

'किसी भी वीआईपी की ताज विजिट के दौरान ताज पर पब्लिक को परेशान नहीं किया जाना चाहिए.'

ऊषा, टूरिस्ट