फिरोजाबाद। 30 जनवरी को बसई मुहम्मदपुर के गांव नई तोर के नाले में मिला विवाहिता का शव उसके पति ने ही हत्या के बाद ठिकाने लगाया था। शिनाख्त के बाद शक के आधार पर पुलिस उसके पति तक पहुंच गई। पूछताछ में उसने गला घोंटकर पत्नी की हत्या का गुनाह कुबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया है।

गांव नई तोर में मिले विवाहिता के शव की शिनाख्त दो फरवरी को लाखी जाटव पत्नी भूपेंद्र गुर्जर निवासी लढौआपुरा बसई अरेला आगरा के रूप में हुई थी। लाखी के पिता राम सिंह ने तहरीर देकर पति भूपेंद्र पर शक जताया था। इसके बाद पुलिस ने भूपेंद्र पुत्र मान सिंह को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ग्रामीण राजेश कुमार ने वार्ता करते हुए बताया कि भूपेंद्र अलीगढ़ में फाइनेंस कंपनी में काम करता था। उसका पत्नी लाखी से आए दिन झगड़ा होता था। 29 जनवरी को वह कार से लाखी और ढाई साल की बेटी अंशिका को लेकर गांव पहुंचा। वहां पर उसने रात को गला घोंटकर लाखी की हत्या कर दी और बेटी को भाभी के पास छोड़ दिया। इसके बाद शव को नाले के पास फेंककर भाग गया। पर्दाफाश करने वाली टीम में सीओ बलदेव सिंह खनेड़ा, एसओ रविंद्र कुमार सिंह, एसआई सुनील आदि शामिल रहे।

कार की डिग्गी में रखकर ठिकाने लगाई थी लाश

आरोपित भूपेंद्र ने बताया कि घर में गला घोंटकर लाखी की हत्या के बाद उसने अपने बड़े भाई जेपेंद्र की मदद से शव को होंडा सिटी कार की डिग्गी में रखा। इसके बाद शव को यमुना में ठिकाने लगाने के लिए निकल पड़ा। रास्ते में पता चला कि वहां पर कई ट्रैक्टर खड़े हैं। इसके बाद उसने शव को नाले में फेंक दिया। इसके बाद वहां से धौलपुर रिश्तेदारी में चला गया।

ट्रेन में हुई मुलाकात, फिर की लव मैरिज

भूपेंद्र और लाखी ने पांच साल पहले प्रेम विवाह किया था। भूपेंद्र के मुताबिक 2014 में वह नौकरी के लिए इंटरव्यू देने कानपुर गया था। रास्ते में ट्रेन में लाखी से मुलाकात हुई और फिर रिश्ता आगे बढ़ गया। 2015 में दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। इसके बाद भूपेंद्र अलीगढ़ की फाइनेंस कंपनी में नौकरी करने लगा और वहीं दोनों साथ रहने लगे थे। 2017 में लाखी ने बेटी अंशिका को जन्म दिया। वक्त के साथ रिश्तों से प्यार घटता गया और परिणति हत्या के रूप में सामने आई।