- 31 दिसंबर की रात हुआ था महिला का मर्डर

- पांच माह बाद पुलिस ने पति को किया अरेस्ट

GORAKHPUR: कैंपियरगंज कस्बे के सत्संग भवन में महिला के मर्डर का पर्दाफाश पुलिस ने किया. मामूली कहासुनी के बाद हाथापाई होने पर पति ने पत्‍‌नी को डंडे से मारकर जान ले ली थी. महिला की मौत के बाद पति ने गैंग रेप और मर्डर की झूठी कहानी गढ़ दी. पुलिस के पहुंचने पर उसने गुमराह किया. करीब पांच माह बाद पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर का राजफाश करते हुए आरोपित पति को अरेस्ट किया. गुरुवार को पुलिस लाइन में यह जानकारी एएसपी रोहन प्रमोद बोत्रे और एसपी नॉर्थ अरविंद कुमार पांडेय ने दी. बताया कि हत्या में इस्तेमाल डंडा भी बरामद कर लिया गया है.

नए साल के जश्न की रात हुई थी घटना

31 दिसंबर की रात कैंपियरगंज कस्बे में स्थित सत्संग भवन में एक महिला की हत्या कर दी गई. उसके पति को भी चोट लगी थी. पुलिस पहुंची तो दंपति को सीएचसी कैंपियरगंज पर ले जाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. महिला के पति गोविंद ने पुलिस को बताया कि वह लोग खाना खाकर आग सेंक रहे थे. तभी तीन लोग बाउंड्री फांदकर पहुंचे. महिला के साथ बदसलूकी करने लगे. विरोध करने पर दोनों पर हमला करते हए महिला संग ज्यादती की. इस घटना की शुरूआती जांच में पुलिस ने पति पर शक जताया. लेकिन सत्संग भवन के मालिक सहित अन्य लोगों के दबाव में ड्राइवर को अरेस्ट नहीं किया. फॉरेंसिक जांच में रेप की पुष्टि नहीं हुई. इसके बाद पुलिस ने तफ्तीश जारी रखी.

डेमो में सामने आया सच, पति निकला कातिल

घटना के पर्दाफाश में जुटी पुलिस को कोई सबूत नहीं मिल पा रहा है. इसलिए एक-एक बिंदु पर पुलिस ने परीक्षण किया. बुधवार की रात पुलिस ने इसका डेमो कराया. इस दौरान शराब के नशे में किसी के बाउंड्री में घुसने की पुष्टि नहीं हो सकी. पुलिस को यकीन हो गया कि पति ने पत्‍‌नी का कत्ल किया था. पुलिस की सख्ती पर वह टूट गया. उसने बताया कि पत्‍‌नी से बात-बात पर लड़ाई करती थी. हालांकि उसे अपनी पत्‍‌नी के चरित्र पर भी संदेह था. उसने बताया कि बातचीत के दौरान लड़ाई होने पर पत्‍‌नी को मार दिया. सीने पर चढ़ने से उसकी हड्डियां टूट गई. एसपी नॉर्थ ने बताया कि इस मामले में एसओ राणा देवेंद्र प्रताप सिंह की टीम की अहम भूमिका रही. इसलिए उनकी टीम को एसएसपी की तरफ से पांच हजार रुपए का पुरस्कार दिया गया है.

ऐसे पुलिस ने की कार्रवाई

सत्संग भवन में हत्या की सूचना पर पुलिस पहुंची, पति ने तीन लोगों पर रेप और हत्या का दोष मढ़ा. बताया बाउंड्री फांदकर कातिल आए थे.

दबाव बढ़ने पर पुलिस ने फॉरेंसिक जांच के लिए टीम बुलाई. एक्सप‌र्ट्स ने सबूत जुटाए.

महिला के बदन पर लगी मिट्टी, पति और अन्य परिस्थितिजन्य साक्ष्य जुटाने में विलंब हुआ.

आसपास क्षेत्र में पार्टी करने वालों का फिंगर प्रिंट पुलिस ने कलेक्ट किया. इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद ली गई.

जांच में कोई ऐसा सबूत नहीं मिला जिससे मर्डर में किसी बाहरी व्यक्ति के शामिल होने पर शक हो.

एफएसएल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई. इसलिए आरोपी की बात पर शक गहरा गया.

पुलिस ने घटना का डेमो कराया. सामने आया कि कोई व्यक्ति आसानी से बाउंड्री फांदकर भीतर नहीं आ सकता है.

लंबे, छरहरे बदन वाले सिपाही भी बाउंड्री फांदकर भीतर नहीं आ सके. नशे में कोई आसानी से आवागमन नहीं कर सकता है.

भवन के आसपास खाली जगहों पर शराब की बोतलें मिलीं. वहां अक्सर पियक्क्ड़ों का जमावड़ा होता है.

महिला के पति पर ससुरालियों और कुछ लोगों ने भी शक जताया. इसलिए पुलिस को पति पर घटना में शामिल होने को बल मिला.

पूछताछ में पति टूट गया. बताया कि उसे पत्‍‌नी के चरित्र पर शक था. वह झगड़ालू और गुस्सैल थी.

वर्जन

पति ने पत्‍‌नी की हत्या करके कहानी गढ़ी थी. जांच में इस बात की तस्दीक होने पर उसे अरेस्ट किया गया. घटना का डेमो कराने पर सच्चाई सामने आई. फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर पति आरोपी मिला.

- अरविंद कुमार पांडेय, एसपी नॉर्थ