- टीजीटी व पीजीटी परीक्षाओं के बाद बोर्ड में लगी आपत्तियों झड़ी

- मार्च के अंत तक आपत्तियों को निस्तारित करना बोर्ड के लिए बनी चुनौती

<- टीजीटी व पीजीटी परीक्षाओं के बाद बोर्ड में लगी आपत्तियों झड़ी

- मार्च के अंत तक आपत्तियों को निस्तारित करना बोर्ड के लिए बनी चुनौती

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की टीजीटी व पीजीटी की परीक्षाएं भले ही समाप्त हो गई हैं, लेकिन चयन बोर्ड के लिए अभी कई समस्याएं मुंह फाड़े खड़ी है। जिसके कारण समय पर परीक्षाओं का रिजल्ट डिक्लेयर करना बोर्ड के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा। इसमें सबसे बड़ी समस्या परीक्षाओं के बाद आने वाली आपत्तियां हैं। जिनको सही व पारदर्शी तरीके से दूर करने के लिए बोर्ड पूरी तैयारी में लगा है। मार्च के अंत तक सभी आपत्तियों को निस्तारित करना बोर्ड के लिए भी किसी चुनौती से कम नहीं है।

हिन्दी में सबसे अधिक आपत्तियां

माध्यमिक स्कूलों में टीचर्स की नियुक्ति के लिए आयोजित हुई टीजीटी व पीजीटी परीक्षाओं में सबसे अधिक आपत्तियां टीजीटी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों ने दर्ज करायी हैं। इसमें भी हिन्दी के पेपर में सबसे अधिक आपत्तियां बोर्ड में दाखिल की गई हैं। बोर्ड के चेयरमैन डॉ। परशुराम पाल ने बताया कि सिर्फ हिन्दी के पेपर में ही अभ्यर्थियों ने भ्म्7 आपत्तियां दर्ज की हैं। जबकि सामाजिक विज्ञान में क्म्9, गृह विज्ञान ब्भ्, गणित 90, अंग्रेजी क्भ्0, जीव विज्ञान क्80, उर्दू क्क्, संगीत क्8, सिलाई ख्, कताई क्ब् आपत्तियां दर्ज करायी गई हैं। पीजीटी परीक्षाओं के अन्तर्गत सभी विषयों को मिलाकर सिर्फ फ्0 से फ्भ् प्रकार की आपत्तियां दर्ज करायी गई हैं। उन्होंने बताया कि इसमें एक ही प्रकार की आपत्तियों की संख्या अधिक है। बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि इन आपत्तियों को सही तरीके से दूर करने बाद इन्हें बोर्ड की साइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। जिससे अभ्यर्थियों को आपत्तियों के निस्तारण की जानकारी हो सके। इसके लिए बोर्ड की ओर से विशेषज्ञ कमेटी को भी तैयार करने का कार्य किया जा रहा है। जिससे आपत्तियों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की कोई समस्या व विवाद ना खड़ा हो सके।