हैदराबाद ब्लास्ट में एक और अहम खुलासा हुआ है. इस ब्लास्ट के जब वीडियो फुटेज खंगाले गए तो देखा गया कि सीसीटीवी फुटेज खराब पड़े हैं. दरअसल ये सीसीटीवी कैमरे के तार 4 दिन पहले ही काट दिए गए थे. जिससे साफ होता है कि इस हमले को अंजाम देने के लिए कितनी बड़ी प्लानिंग की गई थी.

अहम सुराग मिटे

सीसीटीवी कैमरे खराब होने की वजह से पुलिस को कोई भी अहम सुराग नहीं मिल पाया है. पुलिस को मेन रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे से ही कुछ फुटेज मिल पाई है. पुलिस इन फुटेज को खंगाल रही है कि इनमें से कोई सुबूत उसे मिल जाए.

अफजल की फांसी के बाद मिली थी धमकी

अफजल गुरू को फांसी देने के बाद आतंकी संगठनों ने बदला लेने की धमकी दी थी. धमकी देने वालों में इंडियन मुजाहिद्दीन और लश्कर का नाम शामिल है. इन धमकियों के बाद भी इस तरह की  घटनाओं को रोकने के कोई भी इंतजाम नहीं किए गए.

इंडियन मुजाहिद्दीन पर शक की सुई

इसके अलावा सीरियल ब्लास्ट में खुफिया जांच एजेंसी के हाथ कुछ अहम सुराग भी लगे हैं. अमोनिया, यूरिया, पेट्रोल, आईइडी और स्पलिंटर घटनास्थल से मिला है. शक के दायरे में तीन लोग हैं. जिन तीन लोगों के नाम शक के दायरे में हैं उनमें से एक का नाम तबरेज बताया जा रहा है जो उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है, जबकि दूसरे का नाम वकार बताया जा रहा है जो समस्तीपुर का वासी है और तीसरे का नाम मंजर है जो झारखंड का रहने वाला है.

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