दुबई (पीटीआई)। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी ने सोमवार को दुबई में हुई बोर्ड मीटिंग में बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने जिंबाब्वे और नेपाल क्रिकेट से प्रतिबंध हटा लिया। बता दें दोनों देशों को जुलाई में सस्पेंड किया गया था जिसके चलते जिंबाब्वे क्रिकेट टीम कोई मैच नहीं खेल पाई। आईसीसी चेयरमैन शशांक मनोहर ने बताया, 'मैं जिंबाब्वे के स्पोर्ट्स मिनिस्टर का धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने जिंबाब्वे क्रिकेट की बहाली के लिए अपना पूरा योगदान दिया। वह जिंबाब्वे क्रिकेट की बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास कर रही। उन्होंने आईसीसी द्वारा तय किए गए सारे मानकों को अच्छे से समझा है।'

जिंबाब्वे को मिलेगा खेलने का मौका
आईसीसी चेयरमैन ने आगे बताया, जिंबाब्वे क्रिकेट बोर्ड को पहले की तरह फंड मिलता रहेगा। यही नहीं जिंबाब्वे टीम अब अंडर 19 वर्ल्ड कप में भी हिस्सा ले सकती है। इसके अलावा 2020 में होने वाले आईसीसी सुपर लीग में भी जिंबाब्वे टीम को खेलने का मौका मिल जाएगा। इसके अलावा नेपाल को भी आईसीसी की सदस्यता दोबारा मिल गई।


सरकार के दखल के चलते सस्पेंड हुई थी जिंबाब्वे टीम

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने दो महीने पहले जिंबाब्वे क्रिकेट को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था। आईसीसी ने ये फैसला जिंबाब्वे क्रिकेट में बढ़ती अनियमितताओं के चलते लिया था। आईसीसी चाहता है किसी भी देश की क्रिकेट संस्था पर वहां की सरकार का दबाव नहीं होना चाहिए, मगर जिंबाब्वे क्रिकेट बोर्ड इस परंपरा को निभाने में असमर्थ रहा। बता दें जिंबाब्वे की सरकारी एजेंसी स्पोर्ट्स एंड रिक्रिएशन कमेटी ने जिंबाब्वे क्रिकेट बोर्ड के पदाधिकारियों को बर्खास्त कर दिया था। ये आईसीसी के नियमों आर्टिकल 2.4 सी एंड डी का उल्लंघन था।

भारत से जनवरी 2020 में खेला जाना था मैच
जिंबाब्वे क्रिकेट टीम को अब भले ही बहाल कर दिया गया हो, मगर सस्पेंशन के चलते जिंबाब्वे क्रिकेट टीम को एक सीरीज से हाथ धोना पड़ा। तय कार्यक्रम के मुताबिक, भारत को जिंबाब्वे के खिलाफ पहला टी-20 मैच 5 जनवरी को गुवाहाटी में दूसरा सात जनवरी को इंदौर में और तीसरा 10 जनवरी को पुणे में खेला जाना था। मगर अब भारत इस सीरीज में जिंबाब्वे के बजाए श्रीलंका से खेलेगा। बीसीसीआई ने पहले ही इस बात की पुष्टि कर दी थी।

 

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