सानिया बनीं दो बार शिकार

इंडिया में सानिया मिर्जा ने टेनिस कोर्ट में खड़े होकर चैलेंज स्वीकार करने का अपना वीडियो अपलोड किया. इसके कुछ देर बाद ही फैंस ने शिकायत की कि उन्होंने सिर पर बर्फ के टुकड़ों को पलटा था और उसमें पानी नहीं था. इसके बाद मजबूरन सानिया को दूसरा वीडियो अपलोड करना पड़ा. आपको बता दें कि आइस बकेट चैलेंज पहली बार तब वायरल हुआ था, जब अमेरिका के बेसबॉल प्लेयर और एमियोट्रॉफिक लेट्रल स्केलेरॉसिस नामक न्यूरोडिजेनेरेटिव डिसऑर्डर के मरीज पीट फ्रेट्स ने इसका एक वीडियो बनाकर सोशल नेटवर्किंग साइट पर शेयर किया था.

क्या है आइस बकेट चैलेंज

इस चैलेंज के तौर पर बर्फीले पानी से भरी एक बाल्टी को अपने सिर पर उड़ेलना होता है. खुद चैलेंज स्वीकार करने वाला शख्स 3 और लोगों को यह चैलेंज स्वीकार करने के लिये कह सकता है. इसे पूरा करने के लिये उसके पास 24 घंटे का वक्त होता है. यदि वह ऐसा करने में असफल होता है, तो उसे 'न्यूरोडिजेनेरेटिव डिसऑर्डर' से जूझ रहे लोगों की मदद कर रही किसी चैरिटी संस्था को कम से कम 100 अमेरिकी डॉलर यानी 6 हजार रुपये दान के रूप में देना होता है. दरअसल यह चैलेंज मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी 'एमियोट्राफिक लेट्रल स्केलेरॉसिस के बारे में जागरुकता फैलाने के लिये शुरू किया गया था. इस बीमारी से हर 90 मिनट में एक अमेरिकी की मौत हो जाती है. यह बीमारी आम तौर पर 40 से 70 साल के लोगों को होती है.