ये बम मस्जिद में रखा गया था. मुसलमानों के त्यौहार ईद -उल- ज़ुहा की नमाज़ अदा करने के बाद जब जमाल लोगों को बधाई दे रहे थे उसी वक्त ये बम फट गया. ये विस्फोटक पदार्थ एक मेज़ के नीचे रखे हुए थे और उनके फटते ही गवर्नर की मौके पर मौत हो गई.

गवर्नर के प्रवक्ता का कहना है कि इस बम धमाके में 15 लोग घायल हो गए हैं और कईयों की हालत गंभीर हैं.

लोगार प्रांत के ग्रामीण इलाकों में तालिबान का नियंत्रण है.

ज़िम्मेदारी

इस हमले की अभी तक किसी संगठन ने ज़िम्मेदारी नहीं ली है.

अफ़गानिस्तान: बम हमले में गवर्नर की मौत

गर्वनर के प्रवक्ता दीन मोहम्मद दर्वेश का कहना था कि प्रांत की राजधानी पुल-ए-अलम की मुख्य मस्जिद में ये हमला किया गया है.

जमाल के कनाडा से अफ़गानिस्तान लौटने के बाद अप्रैल के महीने में ही उन्हें गवर्नर नियुक्त किया गया था. इससे पहले वे खोस्त प्रांत के गवर्नर थे.

गवर्नर बनने से पहले वे एक विदेशी स्वंय सेवी संस्था में काम कर चुके थे और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में एक विशेषज्ञ के तौर पर पर भी जाने जाते थे.

ये हमला कुछ दिनों पहले ही अमरीकी सेना के पाकिस्तान की तालिबान के एक वरिष्ठ कमांडर  लतीफ़ मेहसूद को पकड़े जाने के बाद किया गया है. वे पाकिस्तान के तालिबान नेता हकीमुल्ला मेहसूद के करीबी माने जाते हैं.

बीबीसी संवाददाता डेविड लॉएन का कहा है कि लोगार और वरदक में हाल के दिनों में क़ानून की स्थिति बिगड़ी है.

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