- रैगिंग का खुलासा होने के बाद फ्रेशर फंक्शन की तैयारी में जुटा आईईआरटी प्रशासन

- कमिश्नर बादल चटर्जी को सौंपी गई जांच रिपोर्ट

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- रैगिंग का खुलासा होने के बाद फ्रेशर फंक्शन की तैयारी में जुटा आईईआरटी प्रशासन

- कमिश्नर बादल चटर्जी को सौंपी गई जांच रिपोर्ट

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: अपर आयुक्त की जांच में रैगिंग का खुलासा होने के बाद आईईआरटी का माहौल मंगलवार को बदला-बदला सा रहा। सीनियर्स में दहशत का माहौल रहा तो जूनियर्स ने खुली हवा में सांस ली। उधर, कमिश्नर द्वारा बड़ी कार्रवाई किए जाने के डर से संस्थान प्रशासन ने व्यवस्था पटरी पर लाने की मशक्कत शुरू कर दी है। सभी डिपार्टमेंट्स को जल्द से जल्द फ्रेशर फंक्शन ऑर्गनाइज कराने के निर्देश दिए गए हैं। अपर आयुक्त के निर्देश पर संस्थान ने चीफ वार्डेन से भी पूछताछ की है।

सुधरने लगा बिगड़ा सिस्टम

रातों-रात बदलाव किसे कहते हैं, इसका उदाहरण आईईआरटी से लिया जा सकता है। एक दिन पहले अपर आयुक्त कनकलता त्रिपाठी की जांच में रैगिंग का खुलासा होने के बाद मंगलवार को संस्थान का माहौल बदला-बदला सा रहा। सीनियर्स में दहशत नजर आई तो जूनियर्स थोड़ा सुकून की स्थिति में रहे। हॉस्टल्स में भी निगरानी तेज कर दी गई है। चीफ वार्डेन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। संस्थान में तैनात वार्डेन से मामले की पूछताछ की जा रही है।

पांच सितंबर को बीटेक का फ्रेशर फंक्शन

परंपरा के अनुसार आईईआरटी में फ्रेशर फंक्शन होने तक सीनियर्स जमकर जूनियर्स को तंग करते हैं। एक बार फंक्शन होने के बाद माहौल सामान्य हो जाता है। यही रीजन है कि संस्थान ने सभी डिपार्टमेंट्स को जल्द से जल्द फ्रेशर फंक्शन आयोजित किए जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। बीटेक के छात्रों के फंक्शन की डेट पांच सितंबर घोषित कर दी गई है। डिप्लोमा डिवीजन की सात अलग-अलग सोसायटी से दो से तीन दिन में फ्रेशर फंक्शन की डेट फिक्स करने को कहा गया है। ताकि, रैगिंग के भूत से संस्थान को छुटकारा मिल सके।

कमिश्नर को सौंप दी गई रिपोर्ट

बता दें कि आईईआरटी में रैगिंग को लेकर हड़कंप मचने के बाद कमिश्नर ने अपर आयुक्त प्रशासन को जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। सोमवार को अपर आयुक्त ने छात्रों का बयान लिया तो हकीकत सामने आ गई। कुछ छात्रों ने बताया कि सीनियर्स रात में हॉस्टल के कमरे का दरवाजा खटखटाते हैं। जबरन निर्वस्त्र करके उत्पीड़न किया जाता है। पीने के पानी के लिए बाथरूम के नल के उपयोग को कहा जाता है। सीनियर्स के ही कहने पर उन्होंने अपना सिर मुंडवा लिया था। मामले की पूरी जांच के बाद अपर आयुक्त ने रिपोर्ट कमिश्नर बादल चटर्जी को सौंप दी है।

अपर आयुक्त ने अपनी जांच कर ली है। खबरों से पता चला कि वह अपनी रिपोर्ट कमिश्नर को सौपेंगी। इसके बाद वह आगे की कार्रवाई निर्धारित करेंगे। हमें इससे ज्यादा कुछ नहीं मालूम। संस्थान अपना काम कर रहा है।

नीरज शुक्ला, चीफ प्राक्टर, आईईआरटी