यह भी जानें

-425 छोटे-बडे़ कोचिंग सेंटर डिस्ट्रिक्ट में हैं

-215 स्टडी सेंटर डीआईओएस और बीएसए दफ्तर में हैं रजिस्टर्ड

- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में न्यूज पब्लिश होने के बाद जागा फायर डिपार्टमेंट

-दो कोंचिग सेंटर में कराया मॉकडि़्रल, फायर सेफ्टी के इंतजाम न मिलने पर लगाई फटकार

बरेली : डिस्ट्रिक्ट में बिना फायर एनओसी के चल रहे कोचिंग सेंटर्स की दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में न्यूज पब्लिश होने के बाद फायर डिपार्टमेंट एक्टिव मोड में आ गया है। मंडे देर शाम फायर डिपार्टमेंट ने रामपुर गार्डन के दो कोचिंग सेंटर पर मॉक ड्रिल करवाया। इसके बाद डिपार्टमेंट ने स्टडी सेंटर में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए सेफ्टी संसाधनों का निरीक्षण किया। फायर सेफ्टी के इंतजाम पूरे नहीं मिलने कोचिंग सेंटर ओनर को फटकार लगाई और जल्द मानक न पूरे करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।

स्टूडेंट को किया अवेयर

मंडे को फायर बिग्रेड डिपार्टमेंट रामपुर गार्डन के इंडो अमेरिकन कोचिंग सेंटर और मूर्ति भवन में संचालित सिटी सेंटर राम मूर्ति स्मारक इंस्टीट्यूट पहुंचा। अफसरों ने मॉक ड्रिल कर स्टूडेंट्स और टीचर्स को आग से बचने के लिए टिप्स दिए। साथ ही अवेयर रहने के लिए कहा। इस दौरान इंस्टीट्यूट के ओनर को बताया कि आग लगने पर उन्हें बचाव कैसे करना है।

एरिया किए आइडेंटीफाई

फायर डिपार्टमेंट के अफसरों ने न्यूश पब्लिश होने के बाद शहर में चल रहे कोचिंग्स आइडेंटीफाई किए हैं। अधिकारियों के मुताबिक एक हफ्ते के अंदर सभी कोचिंग सेंटर्स को नोटिस जारी की जाएगी। साथ ही लगातार अभियान भी चलाया जाएगा। इसके बाद भी जहां फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं मिलेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

घनी आबादी में चल रहे सेंटर

डिस्ट्रिक्ट में 425 छोटे-बडे़ स्टडी सेंटर है। जबकि शहर के रिहाइशी इलाके राजेंद्रनगर, महानगर, रामपुर गार्डन सिविल लाइन्स, मॉडल टाऊन, वीरसावरकर नगर की घनी आबादी ऊची इमारतों में चल रहे 215 स्टडी सेंटर डीआईओएस और बीएसए दफ्तर से रजिस्टर्ड है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने शहर के कुछ स्टडी सेंटर की जमीनी हकीकत को प्रकाशित किया था। पड़ताल में स्टडी सेंटर के पास न फायर बिग्रेड डिपार्टमेंट की एनओसी मिली और न ही आग से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम थे।

बिल्डिंग ऊंची, इंतजाम जीरो

डिस्ट्रिक्ट में तमाम ऐसे स्टडी सेंटर है जोकि बड़े इमारतों में किराए पर चल रहे हैं। कुछ प्राइवेट बिल्डिंग में भी है। जबकि नियमानुसार होटल, भवन, मैरिज हॉल, अपार्टमेंट समेत कामर्शियल बिल्डिंग के निर्माण के पहले फायर बिग्रेड से एनओसी लेना जरुरी नहीं समझते है। हैरत की बात है कि कुछ को छोड़ दे तो किसी के स्टडी सेंटर के पास फायर एनओसी और फायर इंस्टीग्यूशर तक नहीं हैं।

डिस्ट्रिक्ट में फायर सेफ्टी अभियान लगातार चलेगा। जिसमें कोचिंग, प्राइवेट संस्थान और स्कूलों को अग्नि सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएगी। जिनके पास फायर सेफ्टी यंत्र नहीं मिलेगा उन पर एक्शन लिया जाएगा।

चंद्र मोहन शर्मा, सीएफओ