थाने में नहीं रहेंगे क्राइम कंट्रोल में नाकाम थानेदार

डीजीपी के निर्देशों पर किया जा रहा है काम

Meerut। जो काम करेगा वही फील्ड में रहेगा यानी जो केस का वर्कआउट करेगा उसकी ही थाने में पोस्टिंग की जाएगी। अब नेताओं के इशारे पर थानेदारी पाने वाले थानेदारों व एसओ की खैर नहीं है। डीजीपी ओपी सिंह के निर्देश पर नकारा थानेदारों की लिस्ट बनाई जा रही है। इसके बाद उन्हें थाने से हटाकर दूसरे जोन में ट्रांसफर किया जाएगा।

कम नहीं हो रहे अपराध

शहर में क्राइम कंट्रोल नहीं हो पा रहा है। गनर के बाद भी सरूरपुर व सरधना में गवाहों को गोली मार दी गई। परतापुर में बुजुर्ग महिला व उसके बेटे को सरेआम गोलियों से भून दिया गया। इसके साथ सरधना में थानेदार की एक विधायक के पैर छूते हुए फोटो व वीडियो भी वायरल हुआ। इसके बाद भी पुलिस अधिकारी उसे हटा नहीं पाए। इसके साथ सदर पुलिस इंस्पेक्टर पर जांच चल रही है। उनके क्षेत्र में चार होटलों पर 40 जोड़े एएसपी ने पकड़े थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिस थाने में जितना क्राइम हुआ है.उसके हिसाब से सभी थानेदारों की लिस्ट तैयार हो रही है। उन्हें थाने से हटाते हुए जोन से बाहर किया जाएगा।

अभी आठ थानेदारों के नाम सामने आए है। जिनके थाना क्षेत्र में क्राइम की बड़ी घटनाएं हुई है।

मान सिंह चौहान, कार्यवाहक एसएसपी व एसपी सिटी