- जेल से छूटने के बाद राजधानी पहुंचे दयाशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव पर भी साधा निशाना

- आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोपी बीएसपी नेताओं पर कार्रवाई न होने पर जताई नाराजगी

LUCKNOW: 'मायावती में हिम्मत है तो वे स्वाती सिंह के खिलाफ प्रदेश की किसी भी सीट से चुनाव लड़कर देख लें। उन्हे खुद की हैसियत पता चल जाएगी.' यह कहना है बीजेपी से निष्कासित नेता दयाशंकर सिह का। वे जेल से रिहा होने के बाद प्रेस क्लब मे आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा और आरोपी बीएसपी नेताओ के खिलाफ कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई।

माया व उनके भाई की संपत्ति की हो सीबीआई जांच

पत्नी स्वाती सिंह के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे दयाशंकर सिंह ने कहा कि वे आज भी कहते है कि मायावती टिकट बेचती हैं। यही वजह है कि सामान्य घर में जन्म लेने वाली मायावती और उनके भाई आज हजारो करोड़ की मालकिन हैं। नसीमुद्दीन भी राजनीति ज्वाइन करने से पहले होमगार्ड थे, लेकिन आज उनकी हैसियत हजारो करोड़ की है। आखिर इन लोगों के पास इतनी दौलत कहां से आ गई। यह प्रदेश के नागरिकों की खून-पसीने की कमाई है, जिसे इन लोगों ने लूटा है। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिये। हालांकि, उन्होंने मायावती पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर एक बार फिर माफी मांगते हुए कहा कि वे तो अपने इस अपराध के लिये जेल तक हो आए लेकिन, उनकी बेटी, मां व पत्‍‌नी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी और रामअचल राजभर आज भी खुले घूम रहे हैं।

पार्टी और राष्ट्रवाद मेरी रग-रग में

बीजेपी द्वारा निष्कासित करने के बावजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं से घिरे होने के सवाल पर दयाशंकर ने कहा कि पार्टी उनकी मां है। कोई बेटा कुछ गलत काम करता है तो उसे घर से निकाल दिया जाता है। लेकिन, इसके बावजूद क्या बेटे व माता-पिता का संबंध खत्म हो जाता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और राष्ट्रवाद उनकी रग-रग में बसा हुआ है। अखिलेश पर हमला बोलते हुए दयाशंकर ने कहा कि उनके पीछे एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीमें लगा दी गई लेकिन, सीडी में आपत्तिजनक टिप्पणी करते दिख रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ सीएम अखिलेश यादव कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। असल में उन्हें लग रहा है कि अगर उन्होंने नसीमुद्दीन के खिलाफ कार्रवाई की तो उनका मुस्लिम वोट बैंक खिसक जाएगा। स्वाती के चुनाव लड़ने के सवाल पर दयाशंकर ने कहा कि उनकी पत्‍‌नी घरेलू महिला हैं, इसके बावजूद अगर मायावती को उनकी चुनौती स्वीकार हो और वे किसी सामान्य सीट से लड़ने को तैयार हो तो स्वाती निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जरूर लड़ेंगी।