-इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष ने रिजल्ट रोकना माना सही

-पेरेंट्स फोरम के अध्यक्ष बोले, रिपोर्ट कार्ड रोकना गलत

बरेली:

इस वक्त जहां पूरा देश में लॉकडाउन के चलते शासन से लेकर प्रशासन तक सभी लोगों को हेल्प कर रहे हैं, तो कुछ लोग भी एक दूसरे की हेल्प करने की अपील कर रहे हैं। वहीं शहर के कुछ स्कूल्स ने पूरी फीस जमा न होने के चलते स्टूडेंट्स का रिजल्ट रोक दिया है। ऐसे में जिस स्टूडेंट्स का रिजल्ट ऑनलाइन शो नहीं हो रहा है वह परेशान है, लेकिन ऐसे में कुछ कर भी नहीं सकता है। हद तो तब हो गई जब इसके बारे में इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन से बता की गई तो उन्होंने पूरी फीस फाइनल नहीं करने वाले स्टूडेंट्स का रिजल्ट रोके जाने को सही ठहरा दिया।

बोले फंस सकती है फीस

शहर के दर्जनभर से अधिक सीबीएसई स्कूल्स ने लॉकडाउन के चलते इस बार बगैर पीटीएम किए ऑनलाइन रिपोर्ट कार्ड कर दिए। ताकि स्टूडेंट्स घर बैठे रिजल्ट ऑनलाइन देख सकें। वहीं कई स्कूल्स ने मोबाइल एप्लीकेशन को भी लॉन्च किया ताकि एप पर एडमिशन डिटेल्स, डेट ऑफ बर्थ फिल करने के बाद एप पर रिजल्ट देख सकें। प्राइवेट स्कूल्स ने भी रिजल्ट ऑनलाइन किया है। हालांकि कई स्कूल ने उन स्टूडेंट्स का रिजल्ट जारी नहीं किया जिनकी पूरी फीस जमा नहीं हो सकी है। इसको लेकर स्टूडेंट्स परेशान हैं कि उनके कितने मा‌र्क्स आए हैं। परेशान पेरेंट्स का कहना है कि उन्होंने स्कूल एप पर अपने बच्चे की डिटेल फिल की तो एप पर लिखकर आया कि फुल फीस जमा नहीं है। फीस जमा करने के बाद ही रिजल्ट शो होगा। वहीं इंडिपेंडेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष पारुष अरोरा का कहना है कि स्कूल्स ने रिपोर्ट कार्ड को ऑनलाइन कर दिया तो स्टूडेंट्स दूसरे स्कूल में एडमिशन ले सकता है। इससे स्कूल्स को घाटा उठाना पड़ेगा।

स्कूल्स में फीस जमा करने की लास्ट डेट 20 जनवरी थी, जबकि लॉकडाउन 22 मार्च से शुरू हुआ है। ऐसे में स्कूल्स तो स्टूडेंट्स का रिजल्ट रोकेंगे, क्योंकि उनके पास और कोई ऑप्शन ही नहीं है। रिजल्ट जारी होने क बाद छात्र दूसरे स्कूल में भी एडमिशन ले सकता है।

पारुष आरोरा, अध्यक्ष, इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन

रिजल्ट रोकना गलत है, रिजल्ट नहीं रोकना चाहिए। रही बात दूसरे स्कूल में एडमिशन लेने की तो कोई भी स्कूल बिना ट्रांसफर सर्टिफिकेट के एडमिशन नहीं ले सकता। कोई भी स्कूल बिना पूरी फीस के टीसी नहीं देता है।

खालिद जीलानी, अध्यक्ष पेरेंट्स फोरम