मेरठ कॉलेज में बनाए गए ब्लैकलिस्टेड को लेकर नियम
कॉलेज परिसर में चस्पा किए गए नोटिस, कॉलेज प्रशासन ने अपनाया सख्त रवैया
Meerut। अब मेरठ कॉलेज में ब्लैकलिस्टेड स्टूडेंट को लेकर नोटिस जारी किया गया है। इसके तहत स्टूडेंट्स को ब्लैकलिस्टेड श्रेणी में रखा जाएगा। कॉलेज ने साफ कर दिया है कि नियमों को लेकर पूरी सख्ती बरती जाएगी, कॉलेज परिसर में अब अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर किसी की शिकायत आती है तो उस छात्र को तुरंत ब्लैकलिस्टेड कर दिया जाएगा, इतना ही नही कॉलेज ने साफ किया कि कॉलेज का गेट बिल्कुल भी नही खोला जाएगा।
गर्ल्स हॉस्टल में भी बुरे हालात
स्टूडेंट्स एक ओर जहां बीएनएम हॉस्टल को फिर से खुलवाने की मांग कर रहे हैं। वहीं सरस्वती गर्ल्स हॉस्टल में रहनी वाली कुछ स्टूडेंट्स के अनुसार वहां भी हालात कुछ ठीक नही है। छात्राओं के अनुसार हॉस्टल में अधिकतर स्टूडेंट पास आउट रहती है जो बाहरी ब्वॉयज की एंट्री कराती है। सूत्र बताते हैं गर्ल्स हॉस्टल के पास कई बार शराब की बोतले मिली हैं। कई बार गर्ल्स कॉलेज के बाहर पथराव भी हो चुका है।
भूख हड़ताल पर बैठे स्टूडेंट्स
मेरठ कॉलेज में छात्र संघ अध्यक्ष शुभम मलिक के नेतृत्व में विभिन्न मांगों को लेकर स्टूडेंट्स भूख हड़ताल पर बैठ गए। मौके पर स्टूडेंट्स ने प्रिंसिपल का घेराव किया फिर भी बात न सुनने पर भूख हड़ताल पर बैठे। स्टूडेंटस ने कॉलेज में पुलिस गार्ड व्यवस्था, सभी गेट खुलवाने, वाईफाई की व्यवस्था, लाइब्रेरी की बुक्स उपलब्धि, पार्किंग की ठीक व्यवस्था, वाटरकूलर पानी आदि की व्यवस्थाओं को लेकर मांगे रखी। ऐसे में कॉलेज प्रशासन ने उन्हें आश्वासन दिया है।
ये नोटिस हुए चस्पा
कॉलेज परिसर में रैगिंग करना
क्लासेज से गायब रहकर भी परिसर में बने रहना व शैक्षणिक माहौल को खराब करना, इस संदर्भ में चेतावनी के बावजूद भी बाज न आना
कॉलेज में जाति, धर्म, लिंग के आधार पर घृणा का माहौल बनाना
झुंड बनाकर कॉलेज में शैक्षणिक व अनुशासन का माहौल खराब करना।
सहपाठियों के साथ मारपीट करना उन्हें क्लास में जाने से रोकना
कॉलेज के शिक्षक व कर्मचारियों के साथ अमर्यादित व्यवहार करना
कॉलेज की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना
अनावश्यक रुप से गैर स्टूडेंट को कॉलेज के प्रांगण में लाना या फिर अनुशासन भंग करना
कॉलेज में हथियार, लाठी डंडे जैसी चीजों के साथ पाया जाना
ध्रुमपान, पदार्थो या अन्य नशीलें पदार्थो के साथ कॉलेज में पाया जाना
महिला प्रकोष्ठ द्वारा किसी स्टूडेंट गर्ल के साथ छेड़छाड़ या लैगिंग भेदभाव की शिकायत प्राप्त होने पर
कॉलेज प्रशासन के गेट बंद करने से बाहरी छात्रों की एंट्री बंद नही हो पाएगी, जिसने करनी है वो तो दीवार फांदकर भी आ जाता है, इससे तो बेहतर है सुरक्षा व्यवस्था की जाए।
शुभम मलिक, अध्यक्ष, छात्रसंघ, मेरठ कॉलेज
हमारी डिमांड गलत नही है, कॉलेज गेट बंद करने की बजाए गेट पर सुरक्षा गार्ड तैनात करे, ताकि किसी तरह के अराजक तत्व न आ पाए
अलतमस त्यागी, स्टूडेंट
कॉलेज में माहौल लगातार बिगड़ रहा है, प्रशासन अपनी जगह कुछ हद तक ठीक है, लेकिन मेरे हिसाब से सुरक्षा के इंतजाम करने है तो सुरक्षा गार्ड लगाने चाहिए गेट पर चेकिंग करनी चाहिए। हॉस्टल बंद कर देने से सिर्फ स्टूडेंट्स का नुकसान होगा।
रीतिका चौधरी, स्टूडेंट
कभी गोली चलती है तो कभी मारपीट कॉलेज में गलत माहौल बन रहा है। कॉलेज प्रशासन अपनी जगह ठीक है, लेकिन हॉस्टल बंद करना इसका सॉल्युशन नही है, एक गरीब बच्चा तो हॉस्टल के ही सहारे यहां पढ़ रहा है।
अकांक्षा शर्मा, स्टूडेंट
हमने स्टूडेंट्स की समस्याएं सुनी है, उनको आश्वासन दिया है अगर हॉस्टल में पचास प्रतिशत से अधिक एडमिशन आते है तो हॉस्टल खोला जाएगा और पार्किंग व्यवस्था पहले जैसी की जाएगी, एंट्री कार्ड देखकर की जाएगी।
डॉ। अलका चौधरी, चीफ प्रॉक्टर, मेरठ कॉलेज