- यूनिवर्सिटी 44 कोर्सेस में संचालित करेगा पीएचडी प्रोग्राम

- यूजीसी से इग्नू को पूर्ण स्वायत्ता वाली यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की मांग की

LUCKNOW: इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) इस साल से अपने यहां पर 44 कोर्सेस में पीएचडी कोर्स की शुरुआत करेगा। यूजीसी और एमएचआरडी की ओर से इग्नू को इस सेशन से पीएचडी कोर्स संचालित करने की अनुमति प्रदान कर दी गई है। साथ ही यूनिवर्सिटी अपने यहां पर विभिन्न कोर्सेस में एमफिल का भी संचालन शुरू करेगा। इसकी जानकारी इग्नू के वाइस चांसलर प्रो। रविंद्र कुमार ने शुक्रवार को इग्नू रिजनल सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में दी। बता दें कि यूजीसी ने साल 2009 में देश के सभी डिस्टेंस लर्निग और ओपन यूनिवर्सिटी से पीएचडी कराने का अधिकार छीन लिया था। मगर इस फैसले के विरोध के बाद इसी साल इग्नू सहित करीब 14 ओपन स्टेट यूनिवर्सिटी को पीएचडी कराने की मान्यता प्रदान कर दी गई है।

नेशनल वाइड होगा एंट्रेंस एग्जाम

वीसी प्रो। कुमार ने बताया कि पीएचडी का ऑर्डिनेंस यूजीसी के नए नियम के अनुसार ही होगा। इसके लिए पूरे देश में नेशनल वाइड एंट्रेंस एग्जाम होगा। एंट्रेंस एग्जाम को पास करने के बाद स्टूडेंट्स को इंटरव्यू में शामिल होना होगा। इसके बाद ही उनका पीएचडी में दाखिला लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक महत्वपूर्ण निर्णय के अनुसार अब इग्नू को अंशकालिक डिप्लोमा एवं सार्टिफिकेट कोर्स का सृजन एवं संचालन करने के लिए यूजीसी के अनुमोदन की आवश्यकता नहीं होगी। अब इग्नू अपने स्तर से इन कोर्सेस को शुरू कर सकती है। इसके माध्यम से क्षेत्रीय आवश्यकताओं को ध्यान रखते हुए व्यवसायिक और रोजगारपरक कोर्स कभी भी शुरू कर सकता है। साथ ही हमने यूजीसी से इग्नू को पूर्ण स्वायत्ता वाली यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की मांग की है।

स्किल और कल्चर को बढ़ावा

इग्नू में आने वाले एक साल में कई नए प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे। इसमें खासतौर पर स्किल इंडिया को बढ़ावा दिया जाएगा। वीसी प्रो। कुमार ने बताया कि हमारी कोशिश है कि भारत सरकार की स्किल इंडिया प्रोग्राम को ध्यान में रखकर ऐसे कोर्सेस की शुरुआत करें, जिससे ग्रामीण परिवेश के छात्रों को आसानी से रोजगार मिल सके। वहीं, हमारी पहुंच पूरे देश में है, इसी को देखते हुए अंतर क्षेत्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी शुरुआत होगी। वहीं छोटे उद्योग जैसे हथकरघा, जरदोजी जैसे उद्योगों को बदहाली से निकलाने के लिए इन पर मार्केट बेस कोर्स की शुरुआत की जाएगी। ताकि इन उद्योगों में लगे लोगों को उनके बनाए समानों को कैसे मार्केट में बेचना है, इस बारे में जानकारी मिल सके।

एडमिनिस्ट्रेशन के भी कोर्स

वीसी ने बताया कि चौथा सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है कि लोगों को एडमिनिस्ट्रेशन के बारे में जानकारी देना। इग्नू आने वाले दिनों में ऐसे कोर्स डिजाइन करेगी, जिसमें लोगों को बताया जाएगा कि कैसे पुलिस, जिला प्रशासन, नगर निगम, जल संस्थान इन जैसे पब्लिक सर्विसेस से जुड़े संस्थान काम करते हैं। वहां लोग कैसे जाकर अपने काम को करा सकते हैं।

इग्नू में 45 प्रतिशत छात्राएं

वीसी ने बताया कि इग्नू करीब 227 कोर्सेस का संचालन करता है। जिसमें हम स्टूडेंट्स को कोई भी सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन पढ़ने की छूट देते हैं। हमारे कोर्सेस में करीब 29 लाख स्टूडेंट्स हैं। जिसमें से करीब 45 प्रतिशत छात्राएं हैं। उसमें नौ प्रतिशत एसटी, 10 प्रतिशत एससी और 22 प्रतिशत ओबीसी कैंडीडेट्स रजिस्ट्रड हैं। हमारे यहां सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स पीजी प्रोग्राम इन हिंदी में रजिस्ट्रड हैं।