- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से छात्रों को मिली काउंसलिंग

- छात्रों को करियर एक्सपर्ट ने दिये सक्सेस टिप्स

- रिपोर्ट कार्ड मिला तो खिले बच्चों के चेहरे

PATNA : आप अपनी कमजोरी को करियर में बाधा न बनने दें। अपनी रूचि, अपनी क्षमता के मुताबिक काम करें। देश में हर साल क्क्.भ् लाख छात्र बीटेक करते हैं, जिसमें से मात्र चार लाख को ही नौकरी मिलती है। इसलिए समझना जरूरी है। ये बाते दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से आरकेड बिजनेस कॉलेज कैंपस, सगुना मोड, पटना में आयोजित करियर काउंसलिंग के दौरान जाने- माने करियर एक्सपर्ट आशीष आदर्श ने कही। उन्होंने पैरेंट्स से अनुरोध किया कि बच्चों का नैसर्गिक विकास होने दे।

बताया गया मल्टीपल इंटेलिजेंसी के बारे में

कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए करियर काउंसलर आशीष ने पहले आईआईटी इंटेलिजेंसी टेस्ट के प्रतिभागियों एवं पैरेंट्स को बताया कि रिपोर्ट कार्ड कैसे पढ़े। इसमें उन्होंने रिपेार्ट समरी के अंतर्गत ओवरऑल परसेंटेज, सब्जेक्टिव समरी आदि के बारे में बताया। इसके बाद उन्होंने मल्टीपल इंटेलिजेंसी क्या होती है, इसके बारे में बताया। कार्यक्रम का सफल संचालन मंजुल मंजरी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के संपादकीय प्रभारी अश्विनी पांडेय ने किया।

सहयोगी माहौल दें पैरेंट्स

आम तौर पर पैरेंट्स करियर को लेकर बहुत परेशान रहते हैं। वे अपनी बात ही छात्रों के समक्ष रखते हैं। जबकि यह सही नहीं है। इस बारे में करियर काउंसलर आशीष आदर्श ने कहा कि पैरेंट्स बच्चों से बहुत अपेक्षा रखते हैं। लेकिन उस प्रकार का माहौल नहीं देते हैं। इसलिए जैसी अपेक्षा है, उसी प्रकार का माहौल देना चाहिए। इसके अलावा करियर को लेकर दवाब न बनाएं, बल्कि बच्चे के रूचि को सपोर्ट करें।

मिला रिपोर्ट कार्ड

इस कार्यक्रम के दौरान आई नेक्स्ट द्वारा फ्0 अप्रैल को आयोजित इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट - सीजन-ब् में ऑनलाइन आवेदन कर पार्टिसिपेट करने वाले बच्चों एवं उनके पैरेंट्स ने पार्टिसिपेट किया। यहां आए सभी बच्चों को सर्टिफिकेट व रिपोर्ट कार्ड भी दिये गए।

पैरेंट्स वॉयस

बहुत अच्छा लग रहा है। रिपोर्ट कार्ड से आइडिया मिल रहा है कि बच्चों को किस प्रकार से इम्प्रूव कराना होगा।

- सुनील कुमार चौधरी, पटना

मेरे बच्चे को रिपोर्ट कार्ड मिला है। बहुत संतुष्ट हैं। बच्चे को करियर च्वाइस करने में पूरा सहयोग करूंगी।

- स्वेता, पटना

दैनिक जागरण की यह एक अच्छी पहल है। बच्चों को इस प्रकार के टेस्ट से गाइड करना आसान है। फिर टेस्ट दिलाएंगे।

- विजय कुमार, बेगुसराय

स्टूडेंट्स वॉयस

मुझे स्कोर में सोशल एरिया पर ज्यादा अंक मिले हैं। टेस्ट के बाद मिले स्कोर के मुताबिक आगे तैयारी करूंगी।

- तनीषी, छात्रा

परीक्षा देने के बाद बहुत कान्फिडेंस आया है। मैथ मेरा फेवरेट सब्जेक्ट है। मैं इंजीनियरिंग की तैयारी करूंगा।

- आदित्य कुमार, छात्र

इंटेलिजेंसी के बाद के अपनी योग्यता का पता चला। मैं आगे मैनेजमेंट करना चाहूंगी। पैरेंट्स को भी थैंक्स।

- फौजिया अख्तरी, छात्रा

कोशन लेवल क्या है, जानना चाहती थी, पता चला। पेरेंट्स का भी हमेशा ही सपोर्ट रहा है। थैंक्स दैनिक जागरण आई नेक्स्ट।

- सौम्या शाक्क्षी, छात्रा

करियर को लेकर बहुत परेशान थी। इस प्रकार के टेस्ट से इसमें आसानी होगी। आगे भी इस टेस्ट में पार्टिसिपेट करूंगी।

- सबस्ता इमाम, छात्रा

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