कोटूरपुरम पुलिस निरीक्षक के। रमेश ने बताया कि मृतक का नाम कुलदीप यादव (19) पुत्र यशोधर सिंह निवासी आगरा था। वह आईआईटी में बी। टेक सिविल का स्टूडेंट  था। नर्मदा हॉस्टल  के कमरा संख्या 111 में बसे कुलदीप की सुबह उसके मित्रों ने सुध ली। भीतर से कोई जवाब न मिलने पर खिड़की से भीतर झांका गया तो वह पंखे से झूल रहा था।

पुलिस को सूचना देने के साथ ही इन लोगों ने दरवाजा तोड़कर भीतर प्रवेश किया। उसे उतार कर प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया गया। शरीर ठण्डा न पड़ने के चलते डॉक्टरों  को कुछ उम्मीद थी लेकिन छह घंटे के इलाज के बाद उसे करीब ढाई बजे मृत घोषित कर दिया गया। पोस्टमार्टम  के लिए रायपेट्टा सरकारी अस्पताल भेजा गया है।

जांच अधिकारी ने बताया कि कमरे की जांच और यादव के मोबाइल से जुटाई गई सूचनाएं इस बात का इशारा देती हैं कि वह आईआईटी की ही किसी स्टूडेंट से प्यार करता था। उस लड़की का अंतिम कॉल 9 बजकर 42 मिनट पर आया तब तक वह झूल चुका था.  इससे पहले इन दोनों के बीच 8 बजकर 56 मिनट पर बातचीत हुई जो 24 मिनट तक चली। बाद में कुलदीप ने 9.27 बजे उससे फिर बात करने की कोशिश की लेकिन फोन न उठाए जाने के चलते यह कदम उठा लिया। उसने खुदकुशी के लिए नायलॉन की रस्सी काम में ली थी।