- आरटीओ में फाइल पास कराने के लिए मोल-भाव कराने का वीडियो वायरल

- प्रति फाइल 100 रुपए की बाबू कर रहा डिमांड

GORAKHPUR: आरटीओ में सारे काम ऑनलाइन कर दिए गए ताकि घूसखोरी और दलालों के मकड़जाल से पब्लिक को आजादी मिल सके। लेकिन ऐसा नहीं हो सका है। अभी भी दलाल आरटीओ में पूरी तरह सक्रिय हैं। वे अपने काम को अंजाम देने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन देने तक से बाज नहीं आ रहे। शुक्रवार को आरटीओ के एक बाबू का वायरल वीडियो इस बात को साबित करने के लिए काफी है। इस वीडियो में आरटीओ का बाबू हर फाइल पर पैसे की डिमांड करता दिख रहा है, वहीं दूसरा व्यक्ति कम पैसे देने की बात कर रहा है। जिस पर बाबू द्वारा झल्लाकर आरआई से काम कराने की बात कही जा रही है।

बाबू और एजेंट की बातचीत

एजेंट- ऐ ब्रह्मा भईयाहई लिजिए।

बाबू- क्या हैकितनी फाइल है।

एजेंट - तीन फाइल है

बाबू- सब हो गए.बाहर का तो नहीं है। रिटेस्ट तो नहीं है.ये तो रिटेस्ट है। इसका लेटर है।

एजेंट - अरे आरआई साहब लिखले नाहीं रहलें महाराज। दस्तखतवा नाही कइले रहलें। सब पास हो गइल बा।

बाबू- एक दो तीन चार.और ई का है।

एजेंट - रिन्युअल है

बाबू- स्क्रूटनी होनी है।

एजेंट - इसका स्क्रूटनी कर दीजिए।

बाबू- अभी हम बाहर जा रहे हैं।

एजेंट - इसकाक्या

बाबू - तीन एक चार सौ

एजेंट - कैसे

बाबू - तीन एक चार सौ होगादो सौ उनका सौ रुपए मेरा और सौ रुपए इसका। दो सौ रुपए रीटेस्ट का लेते हैं।

एजेंट - हई ला हई पकड़ा

बाबू - ऐ तुम चार सौ रुपए ले लो रखलो।

एजेंट - नहीं

बाबू - नहीं तो आरआई साहब से ऑर्डर करा लिजिए आप।

एजेंट - हम तीन सौ दे रहे हैं।

बाबू - तब आरआई से कराकर दो हम नहीं लेंगे। बंद करो दरवाजाहम जा रहे हैं।

बाहर अवेयरनेस, अंदर खेल

गौर करने वाली बात है कि जिस समय आरटीओ कैंपस के एक कमरे में फाइल को लेकर पैसे के मोलभाव की बात की जा रही है। उसी समय बाहर आरटीओ के अधिकारी सड़क सुरक्षा अवेयरनेस प्रोग्राम कर रहे थे। जिसमें अधिकतर कर्मचारी और पब्लिक नुक्कड़ नाटक का लुत्फ उठा रहे थे। दूसरी तरफ कुछ लोग अपने काम को अंजाम देने में लगे थे।

वर्जन

वीडियो आरटीओ परिसर का ही है। इसमें पैसे के कोई लेनदेन की पुष्टि नहीं हो रही है। हां ये जरूर है कि बाहरी लोग अंदर इंट्री करके माहौल खराब करने में लगे हुए हैं। इस तरह से किसी भी कमरे में कोई बाहरी इंट्री नहीं कर सकता है। वीडियो में शामिल बाहरी व्यक्ति को पहचानने का प्रयास किया जा रहा है।

- श्याम लाल, आरटीओ प्रशासन