- कैंट के बंगला नंबर 222 में मां के साथ रह रही हैं नगमा

- इसके खिलाफ जीओसी इनसी, लखनऊ में चल रही है सुनवाई

Meerut : कांग्रेस प्रत्याशी और सिने स्टार नगमा जब से मेरठ में आई हैं तब से उनके साथ कोई न कोई कंट्रोवर्सी जुड़ी हुई है। मौजूदा समय में अगर उन्हें कंट्रोवर्सी क्वीन कहा जाए तो गलत नहीं होगा। नई कंट्रोवर्सी है उनका आशियाना। यह बंगला अवैध निर्माण में आता है, जिस पर नोटिस इश्यू हो चुके हैं और सुनवाई चल रही है।

बंगला नंबर ख्ख्ख्

ये वेस्ट एंड रोड पर रेजीडेंशियल बंगला है, जो मौजूदा समय में आशुतोष मित्तल के नाम पर है। आशुतोष मित्तल ठेकेदार हैं। आरोप है कि इस बंगले में काफी अवैध निर्माण है। इसके लिए कैंट बोर्ड ने पहले तीन नोटिस भी भेज चुका है। तीनों की अपील मध्य कमान लखनऊ में की गई, जिनकी सुनवाई वहां चल रही है। कैंट बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो इस केस में कुछ महीनों पहले मध्य कमा ने कुछ डॉक्यूमेंट भी मांगे थे।

कैंट बोर्ड चुप क्यों?

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी अवैध निर्माण में रह रही है। कैंट बोर्ड के अधिकारी इस बात को जानते हुए भी चुप हैं। कोई कुछ कहने और करने तैयार नहीं है। कैंट बोर्ड के अधिकारियों का तर्क है कि नगमा मेरठ में कुछ दिनों की मेहमान है। इलेक्शन के बाद चली जाएंगी। ऐसे में मेहमान को परेशान करने से कोई फायदा नहीं है। अधिकारियों का ये तर्क कुछ हजम नहीं हो रहा है।

कहीं ये बात तो नहीं

कैंट में जितने भी बंगले सिविल एरिया में आते हैं वो सभी कैंट बोर्ड की ज्यूरीडिक्शन में हैं। कैंट बोर्ड के अधिकारी इस बात से अंजान नहीं होंगे कि कांग्रेस प्रत्याशी इस बंगले में रह रही हैं। ऐसे में सवाल ये खड़ा हो रहा है कि आखिर कैंट बोर्ड इस मामले में चुप क्यों हैं?

हाल में अवैध निर्माण

कैंट बोर्ड के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो नगमा के बंगले में शिफ्ट करने से वहां अवैध निर्माण हुआ है। वहीं बंगले के पीछे की ओर भी काम चल रहा है। जानकारी के अनुसार इस बंगले में अवैध निर्माण ही नहीं सब डिविजन भी है, जिसकी रिपोर्ट सैनिटेशन डिपार्टमेंट की ओर से कैंट बोर्ड में नहीं की गई। जबकि जामुन मोहल्ले में एक परिवार अपने जाने के लिए सीढि़यों का निर्माण कर रहा था तो सेनिटेशन डिपार्टमेंट ने उस छोटे निर्माण को तोड़कर बकायदा उसकी फोटोग्राफी भी की गई।

कुछ सवाल ये भी?

नगमा इस शहर और कैंट के लिए पूरी तरह से नई हैं। पिछले कुछ दिनों में उनके साथ काफी बुरे एक्सपीरियंस भी हुए हैं। ऐसे में देश की सबसे पुरानी पार्टी की कैंडीडेट होने के नाते इन सब बातों में और भी ज्यादा सावधानी बरती जानी चाहिए थी। सवाल ये है कि क्या नगमा को इस बंगले के इतिहास के बारे में जानकारी थी? अगर नहीं तो इस बारे में क्यों नहीं बताया गया, जबकि संसद के अलावा सुप्रीम कोर्ट में रक्षा भूमि और उनमें हो रहे अतिक्रमण और अवैध निर्माण पर काफी चिंता जता चुका है।

हो सकता है साइट इंस्पेक्शन!

कैंट बोर्ड के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो कैंट बोर्ड का कोई आलाधिकारी इस मामले में बीच में आने को तैयार नहीें है। फिर भी कैंट बोर्ड अधिकारी हाल में हुए अवैध निर्माण का साइट इंस्पेक्शन करने जा सकते हैं। सूत्रों की मानें तो इस बात को काफी गुप्त रखने के लिए बोला गया है।

पूरा मकान है अवैध

बंगला नंबर ख्ख्ख् के जिस स्ट्रक्चर में नगमा रह रही है वो पूरा मकान अवैध है। इस बात की पुष्टि मेंबर्स ने भी की है। वहीं कुछ कर्मचारियों की मानें तो उसमें दो कमरे पूरी तरह से अवैध बने हुए है। इस बंगले का मूल स्ट्रक्चर में मालिक पीछे की ओर रहते हैं। वहीं पीछे की ओर फैक्ट्री का भी निर्माण चल रहा है।

इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं दी गई है। अगर ऐसा कुछ है तो मैं इसके बारे में पता करूंगी। वैसे मेरा रेजिडेंस डिफेंस कॉलोनी में तैयार हो रहा है।

- नगमा, कांग्रेस प्रत्याशी

नगमा हमारी मेहमान है। अपोजिट पार्टी की ओर से इस तरह की बातें फैलाई जा रही हैं जो पूरी तरह से गलत हैं। बात रही अवैध निर्माण की तो इसकी सुनवाई लखनऊ मध्य कमान में चल रही है। मैं इस बारे में कोई भी जवाब वहीं दूंगा।

- आशुतोष मित्तल, ऑनर, बंगला ख्ख्ख्

कुछ दिन रहने से उस बंगले के प्रति नगमा जी की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती है। न ही उस बंगले के बारे में जानने की उन्हें जरुरत है। क्0 अप्रैल के बाद नगमा जी डिफेंस कॉलोनी में शिफ्ट हो जाएंगी। जिसके डेकोरेशन का काम चल रहा है।

- सलीम भारती, महानगर अध्यक्ष कांग्रेस

बंगला नंबर ख्ख्ख् में अवैध निर्माण के पहले नोटिस गए थे, जो बाद में मध्य कमान में अपील में चले गए। वहां सुनवाई चल रही है। कुछ महीनों पहले हुई सुनवाई में वहां कुछ डॉक्यूमेंट भी मांगे गए थे। इससे ज्यादा मेरे पास कोई जानकारी नहीं है।

- एमए जफर, पीआरओ, कैंट बोर्ड

हमने इस बंगले की पहले भी शिकायत की थी। इस बंगले की सुनवाई भी मध्य कमान में चल रही है। ऐसे में नगमा को इस बंगले के बारे में पता होना चाहिए था। उन्हें किसी ने जानकारी नहीं दी तो उन्हें खुद जानकारी हासिल करनी चाहिए थी।

- शिप्रा रस्तोगी, उपाध्यक्ष, कैंट बोर्ड

अवैध निर्माण में नगमा के रहने से पब्लिक में गलत मैसेज जाएगा। जितनी मुझे जानकारी है कि उसकी सुनवाई भी मध्य कमान चल रही है। ऐसे में कांग्रेस कैंडीडेट को इस बारे में पूरी जानकारी हासिल करनी चाहिए थी।

- सुनील कुमार वाधवा, पूर्व उपाध्यक्ष, कैंट बोर्ड

जैसा कि मेरा मानना है नगमा को इस बारे में नहीं पता होगा। अब कैंडीडेट को कहीं न कहीं तो ठहरना है। लोकल नेताओं को इस बारे नगमा को बताना चाहिए था और मैं तो कहूंगा कि नगमा के लिए मकान का सेलेक्शन ही गलत था।

- दिनेश गोयल, सीनियर मेंबर, कैंट बोर्ड