तीर्थ पुरोहितों को हटाने के बाद सेना ने की दूसरी बड़ी कार्रवाई

धर्मशाला से जुड़े लोग नहीं दिखा पाए जमीन से संबंधित रिकार्ड

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PRAYAGRAJ: संगम एरिया में जमीन पर इंक्रोचमेंट करने के वालों के खिलाफ वर्षो बाद अब सेना एक्शन में आ गई है। तीर्थ पुरोहितों के तख्त और छावनी को उजाड़े जाने के बाद दूसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार को सेना ने त्रिवेणी रोड पर परेड मैदान के पास स्थित वर्षो पुराने अग्रवाल धर्मशाला को ढहा दिया। जिसे सेना की जमीन पर बनाया गया था। सेना के अधिकारियों की इस जबर्दस्त कार्रवाई से पूरे एरिया में सेना की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है।

अपनी जमीन पर कब्जे को लेकर सेना हुई गंभीर

संगम एरिया के साथ ही परेड मैदान व उसके आस-पास का पूरा एरिया सेना के अधीन है। पिछले कई वर्षो से बड़ी संख्या में लोग सेना की जमीन पर कब्जा करके बैठे हैं। वर्षो बाद सेना के अधिकारी अब अपनी जमीन पर हुए इंक्रोचमेंट को लेकर काफी गंभीर हुए हैं। सेना की जमीन पर कहां-कहां कब्जा है, कितना एरिया सेना का और सरकार का है, इसका पता लगाया जा रहा है।

संबंधित मांगा गया था कागजात

अपने जमीन की तलाश करते हुए कुछ दिनों पहले सेना के अधिकारियों की नजर परेड मैदान के पास त्रिवेणी मार्ग पर बने अग्रवाल धर्मशाला पर पड़ी। जिसको लेकर अग्रवाल धर्मशाला के नाम सेना की ओर से नोटिस जारी किया गया। जिसमें पूछा गया कि किस आधार पर सेना की जमीन पर धर्मशाला का निर्माण हुआ? अगर धर्मशाला के निर्माण या रजिस्ट्री से जुड़े कोई दस्तावेज हैं तो उसे दिखाया जाए, नहीं तो फिर जल्द से जल्द धर्मशाला को खाली कराया जाए, ताकि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए।

नहीं मिला जवाब, तो ढहा दिया धर्मशाला

समय देने के बाद भी अग्रवाल धर्मशाला से जुड़े लोग धर्मशाला निर्माण को वैध बताने से संबंधित कोई कागजात नहीं दिखाए पाए। पूर्व में दिए गए नोटिस के अनुसार सोमवार की सुबह सेना के अधिकारी और जवान जेसीबी के साथ मौके पर पहुंचे। कार्रवाई के डर से पहले ही धर्मशाला को खाली कर दिया गया था। कुछ सामान ही अंदर रखे थे, जिसे निकालने का समय दिया गया। कार्रवाई के लिए त्रिवेणी रोड पर धर्मशाला की तरफ जाने वाले रास्तों को बैरिकेडिंग करके बंद कर दिया गया था, ताकि कार्रवाई होने तक कोई आ-जा न सके। दोपहर के समय सेना के अधिकारियों ने जेसीबी लगाकर धर्मशाला को ढहवा दिया, जिसका निर्माण 1964 में हुआ था। देर शाम तक कार्रवाई करते हुए 1500 वर्ग मीटर एरिया में बने धर्मशाला को जमींदोज करते हुए कार्रवाई की गई।