40 हजार यात्री आलमबाग में डेली

30 हजार यात्री कैसरबाग में डेली

20 हजार यात्री चारबाग में डेली

- राजधानी के बस अड्डों और बसों में चल रहा है अवैध वेंडर्स का खेल

- परिवहन निगम के अधिकारियों की मिली भगत से खूब फल फूल रहा है धंधा

sanjeev.pandey@inext.co.in

LUCKNOW: पानी की बोतल 12 की 20 में..घड़ी 350 रुपए से लेकर 700 रुपए तक ..गरी का गोला 30 रुपए में मार्केट में मिलता है लेकिन यहां पर तोड़कर बेचने पर गरी के एक गोले की कीमत 80 रुपए से ऊपर पहुंच जाती है..चिप्स के पैकेट 5 वाला 8 रुपए में और 10 वाला 15 रुपए में..यह रेट लिस्ट राजधानी में उन वेंडर्स की जो अवैध रूप से बस अड्डों में घुस कर सामान बेच रहे हैं. परिवहन निगम के अधिकारियों और परिचालकों की मिली भगत से इन्हें रोका भी नहीं जा रहा है. बस में ये काफी दूर तक सफर भी करते हैं लेकिन इनका टिकट भी नहीं बनाया जाता है. जब इस मामले पर विभागीय अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि इसके खिलाफ अभियान चलाया जाता है.

महंगा बेचते हैं सामान

ये वेंडर्स पैसेंजर्स को महंगा सामान बेचकर खूब कमाई करते हैं. मजबूरी में यात्री इन्हें खरीदते भी हैं. अगर कभी वेंडर्स और पैसेंजर्स के बीच कहा-सुनी होती है तो परिचालक वेंडर्स का ही पक्ष लेते हैं. बस अड्डे पर जब परिवहन निगम के किसी बड़े अधिकारी का जब दौरा होना होता है तो वहां तैनात अधिकारी तुरंत ही अवैध वेंडर्स से बस अड्डा खाली करा देते हैं.

सफर भी करते हैं फ्री

परिवहन निगम मुख्यालय से चंद कदमों की दूरी पर बने कैसरबाग बस अड्डे पर अवैध वेंडर्स का जलवा एंट्री प्वाइंट से ही दिखने लगता है. यहां करीब एक दर्जन अवैध वेंडर्स दिख जाएंगे. कुछ ऐसा ही हाल चारबाग बस अड्डे का भी है. यहां डलिया में रखकर खिलौने, पानी, फ्रूटी के पैकेट, लइया चना, पानी की बोतल, चिप्स के पैकेट, बुक्स सहित कई अन्य आइटम की बिक्री की जा रही है. आलमबाग बस अड्डे में अवैध वेंडर्स को एंट्री नहीं मिलती, ऐसे में वे बस अड्डे से निकलने वाली रोडवेज की बसों में चढ़ जाते हैं और चारबाग उतर जाते हैं. इसके लिए ये कोई किराया भी नहीं देते हैं.

अधिकारियों की मोटी कमाई

निगम के सूत्रों ने बताया कि इन अवैध वेंडर्स को बस अड्डों पर प्रबंधन देखने वाले अधिकारियों ने छूट ले रखी है. इन अधिकारियों को इनसे कमाई का एक हिस्सा मिलता है. पानी की बोतल बेचने वाले एक दिन में 500 तब बोतलें बेच रहे हैं. हर बस अड्डे पर तीन हजार बोतलें रोज बेंची जा रही हैं. ऐसे में डेली 6 हजार रुपए बस अड्डे पर तैनात अधिकारियों को दिए जा रहे हैं.

कोट

बस अड्डों पर बिना अनुमति के कोई आइटम सेल नहीं कर सकते. इसके लिए परिवहन निगम से अनुबंध करना होता है. अवैध वेंडर्स के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. इन पर जुर्माना लगाया जाएगा. अधिकारियों को इसके लिए लेटर लिखा जाएगा.

राजेश वर्मा, मुख्य प्रधान प्रबंधक संचालन

परिवहन निगम

बाक्स

इस तरह हो रही है कमाई

आइटम मार्केट प्राइज वेंडर्स प्राइज

बिस्किट 5-10 रुपए 8-12 रुपए

चिप्स 10 रुपए 15 रुपए

फ्रूटी 10 रुपए 12 से 15 रुपए

कुरकुरे 10 रुपए 12 रुपए

पानी की बोतल 12 रुपए 20 रुपए