पनाह देने वाले नेताओं के भी उड़े होश, आई सीबीआई तो फंस सकते हैं कई कद्दरधारी

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KAUSHAMBI ( 30 July ): अवैध खान की सीबीआई जांच की खबर से जिले में गहमागहमी बढ़ गई है। अवैध खनन में किन लोगों का हाथ था? उनके बेनकाब होने की संभावना बढ़ गई है। अवैध खनन में सिंडीकेट की लैंड क्रूजर की बड़ी भूमिका थी। अब यही लैंड क्रूजर अवैध खनन के रहस्यों को उजागर करेगी। वक्त के नजाकत को देखते हुए लैंड क्रूजर से सिंडीकेट भाग निकला है, लेकिन गतिविधियों पर नजर रखने के लिए वह गुर्गो को छोड़ रखे हैं। इनको पनाह देने वाले नेताओं की भी गर्दन सीबीआई की पकड़ में आ सकती है।

जिले में मचा हुआ है हड़कंप

कौशांबी के यमुना किनारे बसे अधिकांश लोग जानते हैं कि वर्ष 2016 में बारिश होने के पहले तक हुए अवैध खनन में पंजाब का एक सिंडीकेट सक्रिय था। इस सिंडीकेट का ठिकाना पहले बहुचर्चित बंधुओं के घर में था। इसके बाद उन्होंने कारोबार में टशन बढ़ने के कारण बसपा के एक नेता के यहां शरण ले ली थी। सिंडीकेट जिस बंगले में रहता था, वह मंझनपुर के सिराथू रोड में है। सिंडीकेट ने अपने दम पर यमुना के सभी घाटों से अवैध खनन करवाया।

शिकायतों का नहीं पड़ा असर

सूत्रों की मानें तो बिना रवन्ना के बालू की निकासी कराई गई। शिकायतों का इस सिंडीकेट पर कोई असर नहीं हुआ। कौशांबी का हर शख्स यही कहता रहा कि सिंडीकेट कौशांबी में अपनी समनांतर सरकार चला रहा है। यही कारण था कि प्रशासन पंजाब के इस सिंडीकेट की राह में रोड़ा बनने की हिम्मत नहीं जुटा सका। कई लोगों ने प्रयास किया तो उनके तबादले भी हो गए। हाईकोर्ट के आदेश पर अब सीबीआई आएगी तो सिंडीकेट पर ही उसका फोकस होगा। इतना ही नहीं वह लैंड क्रूजर गाड़ी भी खोजेगी जाएगी, जिससे अवैध बालू खनन की मोटी रकम लखनऊ वाया पंजाब भेजी जाती थी। जांच का आदेश होते ही सिंडीकेट अपनी करोड़ों की गाड़ी के साथ लखनऊ भाग निकला है, लेकिन जांच की एक-एक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए गुर्गो को जरूर छोड़ गया है। सिंडीकेट के भागते ही पनाह देने वाले मकान मालिक के होश तो उड़े हुए ही हैं। इनके सीधे संपर्क में रहे सपा व भाजपा के नेता भी बौखलाए हुए हैं।

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फर्जी रवन्ना भी खोलेगा राज

अवैध बालू खनन के लिए सिंडीकेट की अपनी तमाम शर्ते थीं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी थे, जो मोटी रकम देकर, वह प्रशासन से कोई पंगा नहीं लेना चाहते थे। ऐसे लोगों के साथ सिंडीकेट ने छल किया और फर्जी रवन्ना देकर उनको भरोसा दिया कि उनका काम पाक-साफ है। ये फर्जी रवन्ने का खेल भी जांच में सामने आएगा, इसकी भरपूर गुंजाइश बनी हुई है।

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अमर सिंह को बढ़ा खतरा

कोखराज के टीकरडीह के अमर सिंह उर्फ गुड्डू ने हाईकोर्ट में रिट दाखिल की थी। अमर सिंह के अलावा कई अन्य जनपदों से इसी मसले को लेकर याचिकाएं हाईकोर्ट में थी। सभी को सम्मिलित करके हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच का आदेश दिया है। कोर्ट के इस फैसले से कौशांबी के बालू माफिया की निगाह में अमर सिंह आ गए हैं। चर्चा है कि खुन्नस में अमर सिंह को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है।